Edited By swetha,Updated: 29 May, 2019 11:39 AM
लोकसभा चुनावों में तो शिअद-भाजपा गठबंधन के खिलाफ टकसाली अकाली दल, पी.डी.ए., लोक इंसाफ पार्टी व आप सहित अन्य छोटी पार्टियां एकजुट नहीं हो पाई थीं पर आगामी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनावों में ये सभी एकजुट होकर शिअद के खिलाफ मैदान में उतरने की...
जालंधर (बुलंद): लोकसभा चुनावों में तो शिअद-भाजपा गठबंधन के खिलाफ टकसाली अकाली दल, पी.डी.ए., लोक इंसाफ पार्टी व आप सहित अन्य छोटी पार्टियां एकजुट नहीं हो पाई थीं पर आगामी शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी चुनावों में ये सभी एकजुट होकर शिअद के खिलाफ मैदान में उतरने की तैयारी में हैं। इस बारे गत दिवस शिअद टकसाली के प्रधान रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने पंजाब के गृहमंत्री से अपील की कि वे एस.जी.पी.सी. चुनाव जल्द से जल्द करवाएं ताकि अकाली दल (बादल) इसका राजनीतिक लाभ न उठा सके।
ब्रह्मपुरा ने साफ किया है कि एस.जी.पी.सी. चुनावों के लिए वह आप और पी.डी.ए. सहित किसी भी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन करने को तैयार हैं, बशर्ते जो अकाली दल बादल को मात देने में सक्षम हो। उनका अगला लक्ष्य शिरोमणि कमेटी को बादल परिवार के कब्जे से मुक्त करवाना है। उन्होंने यहां तक कहा कि पंजाब के बेहतरी के लिए अगर नवजोत सिंह सिद्धू भी उनके साथ जुड़ सकें तो अच्छा होगा। लोकसभा चुनावों के नतीजों से साफ हुआ है कि एकजुटता न हो पाने से सभी को नुक्सान हुआ है। हम सुखपाल खैहरा और भगवंत मान के साथ सम्पर्क में हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब में पिछले लंबे समय से अकाली दल-भाजपा और कांग्रेस फ्रैंडली मैच खेल रहे हैं इसलिए कै. अमरेंद्र लगातार सुखबीर बादल व मजीठिया के लिए नरम रुख अपनाकर चल रहे हैं और कोई कड़ा एक्शन बेअदबी मामले में नहीं लिया जा रहा। उन्होंने साफ कहा कि पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिद्धू ने जो आरोप अपनी पार्टी के नेताओं पर लगाए हैं, उनकी जांच राहुल गांधी को बड़े स्तर पर करवानी चाहिए।