Edited By swetha,Updated: 15 Jan, 2019 10:54 AM
अकाली दल (टकसाली) के सचिव जनरल सेवा सिंह सेखवां जो एस.जी.पी.सी. के सदस्य भी हैं, ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने ऑल इंडिया गुरुद्वारा एक्ट नहीं बनने दिया, क्योंकि इससे उनको एस.जी.पी.सी. हाथों से निकलने का...
चंडीगढ़(भुल्लर): अकाली दल (टकसाली) के सचिव जनरल सेवा सिंह सेखवां जो एस.जी.पी.सी. के सदस्य भी हैं, ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल के सरपरस्त पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने ऑल इंडिया गुरुद्वारा एक्ट नहीं बनने दिया, क्योंकि इससे उनको एस.जी.पी.सी. हाथों से निकलने का डर था।
सेखवां ने विशेष बातचीत में कहा कि मैं यह मामला उनके पास उठाता रहा हूं। उनको कई बार सुझाव दिया था कि ऑल इंडिया गुरुद्वारा एक्ट बनाने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं, जिससे पूरे देश में एस.जी.पी.सी. की शान बढ़ेगी। सेखवां ने कहा कि इससे पूरे देश के गुरुद्वारों का प्रबंध एस.जी.पी.सी. के पास आ जाना था, क्योंकि पटना साहिब और हजूर साहिब जैसे ऐतिहासिक गुरुधाम कमेटी के दायरे में नहीं आते। हरियाणा की अलग कमेटी के विवाद के समय भी बादल को ऑल इंडिया गुरुद्वारा एक्ट का सुझाव दिया था, जिससे अलग-अलग राज्यों के सिख भाईचारों में एस.जी.पी.सी. द्वारा भेदभाव के ऐसे दोषों का स्थायी हल हो सके।