Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 03:11 PM
सिवल अस्पताल समराला में जख्मी हालत में दाखिल हुए एक 10 वर्षीय बच्चो ने डेरे के प्रबंधकों पर गंभीर अारोप लगाते कहा है
समराला (बंगड़, गर्ग): सिविल अस्पताल समराला में घायलावस्था में दाखिल हुए एक 10 वर्षीय बच्चे ने स्थानीय एक डेरे के प्रबंधकों पर गंभीर अारोप लगाते कहा है कि डेरे अंदर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की गई। पुलिस ने इस मामले में डेरे से दो नौजवानों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
जानकारी अनुसार सिविल अस्पताल में उपचाराधीन 10 वर्षीय लड़के ने पुलिस को बयान दिए हैं कि वह एक साल से करनाल (हरियाणा) से आकर स्थानीय एक डेरे में रह रहा था और साथ के गांव में सरकारी प्राथमिक स्कूल में पांचवी कक्षा में पढ़ता है।
उसका अारोप है कि डेरा प्रमुख और एक अन्य नौजवान की तरफ से उसके साथ मारपीट की जाती है । अस्पताल में जांच अधिकारी ए. एस. आई. अधिकारी अमरीक सिंह की तरफ से पीडित के बयान लेने के बाद पुलिस का बड़ा दस्ता महिला पुलिस समेत विवादत डेरे में पहुंचा। जांच -पड़ताल के लिए पहुंची टीम को डेरा प्रबंधकों ने बताया कि डेरा प्रमुख किसी काम के लिए बाहर गया हुआ है।
डेरे को बदनाम करने की साजिश: प्रधान
विवादित डेरे पर लगे गंभीर अारोपों के सम्बन्ध में जब डेरे के ट्रस्ट प्रधान चरनजीत सिंह के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने उपरोक्त दोषों को नकारते कहा कि यह सब इस पवित्र स्थान को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि उनका एक विरोधी पक्ष, जो पिछले लंबे समय से उनके साथ रंजिश रखता आ रहा है, की तरफ से एक योजना के अंतर्गत डेरे के इस बच्चे का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बच्चे की मैडीकल रिपोर्ट आने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।
सिविल अस्पताल समराला में पीडित की तरफ से जो अारोप लगाए गए हैं, इन दोषों को कानूनी तौर पर जांचने के लिए पीड़ित बच्चों का मैडीकल सिवल अस्पताल में होगा। डा. राहुल भल्ला ने बताया कि बच्चे का मैडीकल करवाने से पहले एफ. आई. आर. होनी जरूरी है, जिसका वह इंतजार कर रहे हैं। दूसरी तरफ़ थाना प्रमुख संजे कुमार ने बताया कि एफ. आई. आर. की जा रही है।
डेरे में मारपीट से पीड़ित बच्चे ने सिविल अस्पताल में अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि उसे पहले भी डेरे में कई बार मारा -पीटा गया है, जिस बारे उसने अपनी अध्यापिका को बताया था परन्तु उसकी तरफ से इस बारे उस डेरे के सेवक को बता दिया गया, जिसने मुझे पीटा था। पीडित ने कहा कि इस के बाद उस पर ज्यादा अत्याचार किए गए। स्कूल इंचार्ज ने कहा कि यह बच्चा आज भी स्कूल में आया था, ऐसी कोई बात नहीं हुई।