Edited By Updated: 08 Feb, 2017 12:58 AM
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डी.एस.जी.पी.सी.) के चुनाव को लेकर
नई दिल्ली(सुनील पाण्डेय): दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डी.एस.जी.पी.सी.) के चुनाव को लेकर सिख सियासत तेज हो गई है। 26 फरवरी को हो रहे डी.एस.जी.पी.सी. के चुनाव में दिल्ली सहित पंजाब के ज्वलंत मुद्दे भी छाए रहेंगे। पंजाब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी, श्री अकाल तख्त साहिब का दुरुपयोग और पंजाब विधानसभा चुनावों के दौरान डेरा सच्चा सौदा का समर्थन जैसे मामले भी इस चुनाव की सुर्खियों में रहेंगे।
डी.एस.जी.पी.सी. चुनाव को लेकर प्रमुख विपक्षी दल शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं महासचिव हरविंदर सिंह सरना चुनाव के लिए तैयार हैं। उनका दावा है कि वह पंजाब में बेअदबी की हुई घटनाओं को संगत की कचहरी में लेकर जाएंगे। सिखों के लिए यह बहुत बड़ा मुद्दा है।
जनता को बताएंगे कि दिल्ली कमेटी पर काबिज शिरोमणि अकाली दल (बादल) की पंजाब सरकार ने कैसे सिख धर्म का अपमान किया है। सरना बंधुओं का मानना है कि सत्ताधारी दल अकाली दल (बादल) ने श्री अकाल तख्त साहिब का दुरुपयोग कर सिख धर्म की इज्जत घटाई है। हमें हर हाल में उसे बहाल करना होगा।
सभी को आगे आना होगा
सरना बंधुओं ने भावुक अंदाज में कहा कि वर्तमान में सिख पंथ नाजुक मोड़ पर खड़ा है। लिहाजा पंथ को सही रास्ता दिखाने के लिए सभी को आगे आना होगा। पंजाब में अकालियों की सरकार और दिल्ली कमेटी पर काबिज शिरोमणि अकाली दल (बादल) ने पंथ का बहुत नुक्सान किया।
इनके द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब की भावनाएं आहत हुई हैं। सरना ने कहा कि यह चुनाव धर्म को पूर्णतया समॢपत गुर सिखों और सत्ता के लोभियों के बीच है, जो सत्ता में बने रहने के लिए सिखों की भावनाओं के साथ किसी भी हद तक गिरकर समझौता कर सकते हैं।
अकालियों की कथनी और करनी की सच्चाई लाएंगे सामने
दल के महासचिव हरविंद्र सिंह सरना ने कहा कि पंजाब के विधानसभा चुनाव में शिरोमणि अकाली दल ने हरियाणा के डेरा सिरसा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम से समर्थन लिया। यह अपने आप में बहुत बड़ा गुनाह है। चुनाव खत्म होने के बाद उनकी अगुवाई वाली दिल्ली कमेटी के मुखिया मनजीत सिंह जी.के. उसी डेरा प्रमुख के खिलाफ बोलने लगे जबकि चुनाव तक सब खामोश बैठे रहे। अकालियों की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। इसकी सच्चाई भी दिल्ली की सिख संगत के सामने लाएंगे।
बंद शिक्षण संस्थानों को शुरू कराएंगे
सरना बंधुओं ने कहा कि उनके कार्यकाल के दौरान शिक्षा और शिक्षण संस्थानों का जो स्तर था, उसे दोबारा शुरू करेंगे। अकालियों के कार्यकाल में जो इंजीनियरिंग कालेज बंद कर दिया गया है उसे शुरू करेंगे और उसका स्तर बढ़ाएंगे। इसके अलावा दिल्ली कमेटी की ओर से संचालित प्रबंधन इंस्टीच्यूट को पटरी पर लाएंगे। सरना बंधुओं के मुताबिक कमेटी पर काबिज दल की गलत नीतियों के चलते शिक्षण संस्थानों का बुरा हाल है।