Edited By swetha,Updated: 12 Sep, 2018 09:21 AM
नगर निगम द्वारा आऊट सोर्सिंग के जरिए रखे गए स्टाफ के कारनामों का एक के बाद एक नया खुलासा हो रहा है, जिसके तहत अब जोन-डी के ओ एंड एम सैल में काम कर रहे एक एस.डी.ओ. द्वारा सीवरमैनों का वेतन डकारने का मामला सामने आया है। इसे लेकर होने वाली कार्रवाई से...
लुधियाना(हितेश): नगर निगम द्वारा आऊट सोर्सिंग के जरिए रखे गए स्टाफ के कारनामों का एक के बाद एक नया खुलासा हो रहा है, जिसके तहत अब जोन-डी के ओ एंड एम सैल में काम कर रहे एक एस.डी.ओ. द्वारा सीवरमैनों का वेतन डकारने का मामला सामने आया है। इसे लेकर होने वाली कार्रवाई से बचने के लिए यह अधिकारी अब इस्तीफा देने का ड्रामा कर रहा है। इस मामले का खुलासा मेयर द्वारा सीवरमैनों की फिजीकल वैरीफिकेशन करने दौरान हुआ। सीवरमैन के तौर पर वेतन ले रहे कई मुलाजिमों द्वारा अधिकारियों के ऑफिस या घर में काम किया जा रहा है, जबकि कई मुलाजिमों को बिना काम किए वेतन दिया जा रहा है।
इस धांधली पर पर्दा डालने के लिए जोन-डी में ऐसे मुलाजिमों को मेयर के सामने पेश किया गया जिनके पास आई.डी. कार्ड नहीं थे। इसके मद्देनजर रिकार्ड की चैकिंग की गई तो कुछ मुलाजिमों की पहले हाजिरी लगाने के बाद उनके नाम के आगे एबसेंट लगाई हुई थी। इनमें से एक सीवरमैन ने ओ एंड एम सैल के अधिकारियों को शिकायत दी है कि उक्त एस.डी.ओ. ने दूसरे मुलाजिम का वेतन गलती से उसके खाते में आने की बात कह कर पैसा ले लिया और वापस मांगने पर उसकी गैर हाजिरी लगा दी। यह मामला मेयर व कमिश्नर के पास पहुंचा तो साफ हुआ कि उक्त एस.डी.ओ. द्वारा इस तरह कई मुलाजिमों के नाम पर फर्जी तरीके से वेतन लिया जा रहा है जिसे लेकर होने वाली कार्रवाई से बचने के लिए यह एस.डी.ओ. अब इस्तीफा देने का ड्रामा कर रहा है।
कमिश्नर की सख्ती के मद्देनजर बचाव में आए कांग्रेसी लीडर
सूत्रों के मुताबिक धांधली सामने आने के बाद कार्रवाई से बचने के लिए उक्त एस.डी.ओ. जब इस्तीफा लेकर कमिश्नर के पास गया तो उन्होंने स्वीकार करने से इंकार कर दिया और इसके खिलाफ पुलिस केस दर्ज करवाने के आदेश दिए, जिसके मद्देनजर अब कई कांग्रेसी लीडर इस एस.डी.ओ. के बचाव में आ गए हैं।
अवैध सबमर्सिबल पम्पों की चैकिंग में कमाया नगर निगम से ज्यादा पैसा
अवैध सबमर्सिबल पम्पों की चैकिंग के लिए नगर निगम द्वारा चलाई गई ड्राइव के दौरान भी इस एस.डी.ओ. की वर्किंग सवालों के घेरे में रही है क्योंकि इसने कई यूनिटों को मिलीभगत के चलते डिस्पोजल चार्जिस की वसूली किए बिना ही छोड़ दिया। इसके अलावा कई यूनिटों को पहले भारी-भरकम राशि के नोटिस भेज कर बाद में सैटिंग करके काफी कम कलैक्शन की गई।
सफाई कर्मियों व सीवरमैनों की लिस्ट में एक ही नाम
इस एस.डी.ओ. के करप्शन के किस्से यहीं खत्म नहीं होते, इसने कई ऐसे लोगों के नाम सीवरमैनों की लिस्ट में शामिल कर दिए जो पहले सफाई कर्मियों के तौर पर वेतन ले रहे थे। इससे साफ हो गया है कि वे मुलाजिम दोनों में से एक जगह पर ही काम कर रहे थे।
पिता ने भी रिटायरमैंट के बावजूद नगर निगम में जमाया हुआ है कब्जा
इस एस.डी.ओ. का पिता रिटायर होने के बाद भी नगर निगम के ओ एंड एम सैल में आऊट सोॄसग के जरिए काम कर रहा है, जिसने अपनी सॢवस के दौरान सैंक्शनों के नाम पर फर्जीवाड़ा करने के सारे रिकार्ड तोड़ दिए थे। अब सीवरेज ट्रीटमैंट प्लांट पर कागजों में क्लोरीन की खपत दिखाकर मोटी कमाई कर रहा है।