Edited By Vatika,Updated: 06 Oct, 2020 08:53 AM
पंजाब के प्रसिद्ध कृषि अर्थशास्त्री और पदम् भूषण विजेता सरदारा सिंह जोहल ने केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध में
जालंधर(विशेष): पंजाब के प्रसिद्ध कृषि अर्थशास्त्री और पदम् भूषण विजेता सरदारा सिंह जोहल ने केंद्र सरकार की तरफ से लागू किए गए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब के किसानों और सियासी दलों द्वारा लगाए जा रहे धरनों को गलत करार देते हुए कहा है कि पंजाब के किसान कानून की जानकारी लिए बिना ही केंद्र सरकार के खिलाफ धरने-प्रदर्शन का गलत बटन दबा रहे हैं।
डा. जोहल ने अपनी फेसबुक पर लिखा है कि पंजाब में कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार 2006 में ही एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्कीट (अमैन्डमैंट ) एक्ट 2006 पास कर के प्राइवेट मंडियों का रास्ता खोल चुकी है, जबकि 2013 में पंजाब में प्रकाश सिंह बादल के नेतृत्व वाली अकाली-भाजपा सरकार ने पंजाब कांट्रैक्ट फार्मिंग एक्ट-2013 पास किया और अब जब केंद्र सरकार ने कानून पूरे देश में लागू कर दिया तो ये दोनों राजनीतिक दल केंद्र सरकार के पीछे पड़ गए हैं। राज्य के किसानों और राजनीतिक दलों को संबोधित करते हुए सरदारा सिंह जोहल ने लिखा कि टुकड़ों में बंटे हुए किसान संगठनो, किसान भाइयो और पंजाब के राजनीतिक दलो, जिन कानूनों का आप विरोध कर रहे हो, वह तो पंजाब में पहले से ही लागू हैं।