Edited By Updated: 20 May, 2017 08:58 AM
सहारनपुर दंगों का कड़ा नोटिस लेते हुए कांग्रेसी सांसद चौ. संतोख सिंह ने कहा है कि गांव शब्बीरपुर में गुरु रविदास मंदिर के प्रांगण में दलितों
जालंधर (धवन): सहारनपुर दंगों का कड़ा नोटिस लेते हुए कांग्रेसी सांसद चौ. संतोख सिंह ने कहा है कि गांव शब्बीरपुर में गुरु रविदास मंदिर के प्रांगण में दलितों ने बाबा साहेब अम्बेदकर की मूर्ति स्थापना करनी थी, तो उस समय कुछ लोगों ने मूर्ति के साथ तोड़-फोड़ की तथा फिर मंदिर के अंदर जाकर गुरु रविदास महाराज की मूर्ति को खंडित कर उसकी बेअदबी की। दलितों ने जब इसका विरोध किया तो दंगाइयों ने उन पर तलवारों व हथियारों के साथ हमला कर दिया। इस हमले में पुलिस मूकदर्शक बनकर बैठी रही। चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि शब्बीरपुर गांव में दलितों के 65 घर और उनकी 40 दुकानें जला दी गईं। 13 दलित गंभीर रूप से घायल हुए।
उन्होंने कहा कि दलित महिलाओं के साथ भी बर्बरता वाला व्यवहार किया गया। पुलिस ने दंगाइयों का साथ दिया तथा गांव में जो भी दलित मिलता उसे पुलिस
ने पकड़ कर अंदर कर दिया। इतनी बड़ी घटना के बावजूद न तो मुख्यमंत्री और न ही योगी सरकार के मंत्रियों ने गांव का दौरा किया। हर तरफ अराजकता का माहौल है। कांग्रेसी सांसद ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद से दलित उत्पीडऩ चरम सीमा पर पहुंच गया है। योगी ने एक विशेष वर्ग को गुंडागर्दी की खुली छूट दे रखी है। एक महीने के अंदर सहारनपुर में यह तीसरा दंगा है।
इस अन्याय के विरुद्ध जब भीम आर्मी नामक सामाजिक संगठन ने धरना दिया तो 50 से 55 युवकों को जेल में बंद कर दिया तथा उन पर केस दर्ज किए जा रहे हैं, जिससे योगी सरकार व पुलिस की कारगुजारी का पता चलता है। चौधरी संतोख सिंह ने कहा कि यह घटना जात-पात की सामाजिक व्यवस्था का घिनौना चेहरा पेश करती है जो हमारे समाज के लिए कलंक है। आए दिन ऐसी घटनाओं से समाज में भय पाया जा रहा है। उन्होंने इस घटना को लेकर राष्ट्रपति तथा केन्द्रीय गृह मंत्री को पत्र लिखकर खुद हस्तक्षेप कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए दलित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की है।