Edited By Sunita sarangal,Updated: 15 Mar, 2020 12:17 PM
पंजाब सरकार ने हिंसा प्रभावित महिलाओं को हर तरह की सहायता एक छत तले मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में ‘वन स्टॉप सखी सैंटर’ (ओ.एस.सी.) स्थापित किए हैं।
अमृतसर(ममता): पंजाब सरकार ने हिंसा प्रभावित महिलाओं को हर तरह की सहायता एक छत तले मुहैया करवाने के उद्देश्य से राज्य के सभी जिलों में ‘वन स्टॉप सखी सैंटर’ (ओ.एस.सी.) स्थापित किए हैं। पंजाब के सामाजिक सुरक्षा, महिला व बाल विकास विभाग की इस पहल के तहत राज्य भर में 22 सखी सैंटर सफलतापूर्वक खोले गए हैं जिनमें समर्पित स्टाफ तैनात किया गया है जो हिंसा प्रभावित महिलाओं को आवश्यक सहायता मुहैया करवा रहा है।
इस पहलकदमी में हिंसा प्रभावित महिलाओं को एक छत तले सभी आवश्यक सुविधाएं जिनमें डाक्टरी, कानूनी सहायता के अलावा मानसिक तौर पर सहारा देना शामिल है। यह सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए ही विभाग द्वारा ये सैंटर चलाए जा रहे हैं। इन सैंटरों को हैल्पलाइन नंबर 181 सहित अन्य मौजूदा हैल्पलाइन नंबरों के साथ जोड़ा गया है ताकि इनके द्वारा प्रभावित महिलाएं सखी सैंटर में पहुंच सकें।
इन सैंटरों के द्वारा हिंसा प्रभावित महिलाओं को हर तरह की एमरजैंसी डाक्टरी और कानूनी सहायता मुहैया की जाती है। इसके अलावा उनकी रिहायश का प्रबंध करने के लिए भी काऊंसलिंग की जाती है। महिलाओं की सुरक्षा व देखभाल के लिए उनमें जागरूकता पैदा करने के लिए सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास विभाग वचनबद्ध है तथा कई जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन जागरूकता प्रोग्रामों में सखी सैंटर एक है जिनके द्वारा महिलाएं किसी भी समय सहायता हासिल कर सकती हैं।
इन सैंटरों में हरेक में 14 पेशेवर कर्मचारी तैनात हैं जिनमें एक केंद्रीय प्रशासक के अलावा मनोचिकित्सक व सामाजिक काऊंसलर, 2 केस वर्कर, 2 पैरामैडीकल वर्कर, एक लीगल काऊंसलर, डाटा ऐनालिस्ट, वित्तीय व प्रबंधकीय सहायक, 2 बहुउद्देशीय हैल्पर और 2 सुरक्षागार्ड शामिल हैं। मुश्किल की घड़ी में कोई भी महिला हैल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर सकती है जिसके बाद एक वैन द्वारा उसको सखी सैंटर लाया जाएगा और जरूरत पड़ने पर ठहरने की व्यवस्था भी की जाएगी। उसको सैंटर द्वारा आवश्यक वस्तुएं भी मुहैया करवाई जाएंगी। इस मकसद के लिए जिला स्तरीय हैल्पलाइन नंबर कायम किए गए हैं, जिन पर फोन कर सखी केंद्रों में मिलने वाली डाक्टरी, कानूनी व अन्य सहायता हासिल की जा सकती है।