Edited By Mohit,Updated: 20 Jan, 2020 07:36 PM
पंजाब में दस साल की सत्ता भोगने के बाद सीधा तीसरे नंबर पर आने वाला अकाली दल हर बार की.........
चंडीगढ़ (कमल): पंजाब में दस साल की सत्ता भोगने के बाद सीधा तीसरे नंबर पर आने वाला अकाली दल हर बार की तरह इस बार भी दिल्ली विधानसभा चुनावों में किस्मत अजमाने जा रहा है। फर्क सिर्फ इतना है कि पिछली बार अकाली दल के उम्मीदवार कमल के निशान पर भी चुनाव लड़ गए थे जबकि अब भाजपा से बातचीत ना बनने के बाद अकाली दल ने चार सीटों से सीधा 70 सीटों की छलांग मारी है। पार्टी के सीनियर लीडर और राज्य सभा बलविंदर सिंह ने कुछ ऐसा ही इशारा किया है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों पार्टियों के बीच समझौता होता है तो चार सीटों पर चुनाव लड़ेंगे नहीं तो अधिक पर। उन्होंने कहा कि हमने अपने वर्करों को चुनाव लड़ने के लिए बोल दिया है।
पंजाब में भारतीय जनता पार्टी सिर्फ विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। अकाली दल टकसाली अलग होकर सुखबीर बादल को चुनौती दे रहे हैं। अब दिल्ली में अकाली दल की बगावत पंजाब की सियासत में अहम मोड़ ला सकती है।