Edited By swetha,Updated: 09 May, 2018 03:49 PM
गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा साउथॉल में कथावाचक भाई अमरीक सिंह चंडीगढ़ से हाथापाई तथा न्यूजीलैंड में गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को जबरदस्ती अन्य गुरुद्वारे ले जाने का हर तरफ से विरोध किया जा रहा है।
अमृतसर/लंदनः गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा साउथॉल में कथावाचक भाई अमरीक सिंह चंडीगढ़ से हाथापाई तथा न्यूजीलैंड में गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को जबरदस्ती अन्य गुरुद्वारे ले जाने का हर तरफ से विरोध किया जा रहा है।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एस.जी.पी.सी.) तथा सिख इतिहास बोर्ड के पूर्व निदेशक और लेखक हरजिंदर सिंह दिलगीर ने अपने फेसबुक अकाउंट पर गुरुद्वारा साहिब को अन्य गुरुद्वारा साहिब में स्थापित करने का विरोध किया है। उन्होंने लिखा है कि यह एक बेहद निंदानीय घटना है। हर सिख को इस घटना का विरोध करना चाहिए। वह हरनेक सिंह नेकी से सहमत नहीं है। उन्होंने आपत्तिजनक भाषा का उपयोग करते हुए श्री गुरु ग्रंथ साहिब को जबरदस्ती अपने गुरुद्वारा में स्थापित कर दिया है।
दमदमी टकसाल हरनाम सिंह धुम्मा ने कहा कि न्यूजीलैंड के सिख संगत ने श्री अकल तख्त के निर्देशों पर ही गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को अन्य गुरुद्वारा साहिब पूरी सिख मर्यादा से ले जाया गया था। कहा जा रहा है धुम्मा वहीं शख्स हैं जिनके कहने पर उनके समर्थकों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के स्वरूप को अन्य गुरुद्वारा साहिब में स्थापित किया था। नेकी उसी गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष हैं। हाल ही में श्री अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने नेकी द्वारा सिख गुरुओं के खिलाफ कथित आपत्तिजनक लिखने के खिलाफ जांच के आदेश भी दिए थे। वह 'रेडियो विरसा' के प्रचारक और मेजबान हैं।
वहीं सिख प्रचारक भाई अमरीक सिंह चंडीगढ़ को साउथहॉल के पार्क एवेन्यू गुरुद्वारा में उपदेश देने से रोकने तथा विरोधियों द्वारा उनकी पगड़ी उतारने की घटना की निंदा करते हुए शिरोमणि अकाली दल (दिल्ली) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने कहा कि अमरीक सिंह चंडीगढ़ न केवल एक अच्छे व्यक्ति हैं, बल्कि एक उत्कृष्ट प्रचारक भी है। ब्रिटेन में पगड़ी उतारने की घटना का विरोध करते हुए इस गलत बताया है ।