Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Jan, 2018 09:42 PM
एक निजी बस में सफर करने वाले यात्री को उस समय काफी हैरानी होती है जब वह श्री आनंदपुर साहिब से चल कर रूपनगर आने के लिए बस कंडक्टर से टिकट मांगते हैं तथा कंडक्टर 45 रुपए वसूल करके उसे 10 रुपए की टिकट वह भी लुधियाना जिले के पड़ते गांवों की दे देता...
रूपनगर (कैलाश): एक निजी बस में सफर करने वाले यात्री को उस समय काफी हैरानी होती है जब वह श्री आनंदपुर साहिब से चल कर रूपनगर आने के लिए बस कंडक्टर से टिकट मांगते हैं तथा कंडक्टर 45 रुपए वसूल करके उसे 10 रुपए की टिकट वह भी लुधियाना जिले के पड़ते गांवों की दे देता है।
जानकारी देते हुए आस फाउंडेशन के प्रधान नवदीप सिंह ने बताया कि आज वह रूपनगर एक बैठक में भाग लेने के लिए आ रहा था तथा वह श्री आनंदपुर साहिब से एक निजी बस में सवार होकर कंडक्टर के पास से रूपनगर की टिकट मांगी तो कंडक्टर ने उनसे 45 रुपए वसूल लिए जबकि कंडक्टर ने उन्हें 10 रुपए की टिकट जारी की। जो संबंधित बस की न होकर किसी अन्य बस सर्विस की थी। जिस पर लुधियाना से संबंधित गांवों का नाम लिखा हुआ था। उक्त बस सिंडीकेट की थी और जारी टिकट अमन बस सर्विस का था। टिकट को पढ़ कर उन्हें बड़ी हैरानी हुई जब उन्होंने संबंधित कंडक्टर को इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि उनके पास टिकटें खत्म हैं तथा इसी तरह कार्य चलाया जा रहा है।
इस मौके पर नवदीप सिंह ने कहा कि कुछ निजी कंपनियों के बस चालक तथा परिचालक अपनी मनमर्जी से कार्य चला रहे हैं तथा प्रशासन द्वारा इन पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा डीटीओ कार्यालय बंद करने के बाद कुछ लोगों ने इसका अवैध लाभ लेते हुए कानून को ताक पर रख कर कार्य करना शुरू कर दिया है।
क्या कहते हैं प्रशासनिक अधिकारी
इस संबंध में जब पंजाब रोडवेज के महाप्रबंधक जगदीप सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्राइवेट बस चालक उनके अधीन नहीं आते तथा इस संबंधी एसडीएम या आरटीओ ही जानकारी दे सकते हैं। दूसरी तरफ जब एसडीएम हरजोत कौर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कमर्शियल व्हीकल के मामले उनके अधीन नहीं हैं। इस संबंधी जानकारी आरटीओ जिनका कार्यालय मोहाली में है, ही दे सकते हैं।