Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Dec, 2017 01:24 PM
भारत की प्रमुख बड़ी स्टील निर्माता कम्पनियों ने अपने स्टील प्रोडक्ट्स में 1000 से 1500 रुपए प्रति मीट्रिक टन की भारी वृद्धि करके स्टील उपभोक्ता इंडस्ट्री को एक तगड़ा झटका दिया है। स्टील की इस वृद्धि के पीछे देश में आयरन ओर एवं स्पांज आयरन की आधार...
लुधियाना(बहल): भारत की प्रमुख बड़ी स्टील निर्माता कम्पनियों ने अपने स्टील प्रोडक्ट्स में 1000 से 1500 रुपए प्रति मीट्रिक टन की भारी वृद्धि करके स्टील उपभोक्ता इंडस्ट्री को एक तगड़ा झटका दिया है। स्टील की इस वृद्धि के पीछे देश में आयरन ओर एवं स्पांज आयरन की आधार कीमतों में हुए इजाफे को कारक माना जा रहा है लेकिन स्टील की कीमतों में आए इस भारी उछाल से स्टील उपभोक्ता इंडस्ट्री सकते में आ गई है।
1 जुलाई 2017 को देश में जी.एस.टी. प्रणाली लागू होने के बाद से स्टील की कीमतों में करीब 12 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हो चुकी है। जुलाई को स्टील इंगट के दाम 29,000 रुपए प्रति मीट्रिक टन बेसिक से उछलकर अब 32,000 रुपए प्रति टन का आंकड़ा छू गए हैं। वहीं आज स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया समेत सरकारी एवं निजी बड़े स्टील प्लांटों ने वायर रॉड समेत अन्य स्टील उत्पादों पर 1500 रुपए प्रति टन तक की वृद्धि की घोषणा की है। स्टील की कीमतों में हुई वृद्धि का सीधा असर बाईसाइकिल, फास्टनर, हार्डवेयर, इंजीनियरिंग हैंड टूल, मशीन टूल, ऑटो पार्ट्स इंडस्ट्री पर पड़ा है।
बता दें कि चीन में बढ़ रहे प्रदूषण स्तर पर लगाम लगाने के लिए वायु प्रदूषण फैलाने वाले बड़े स्टील प्लांटों के बंद होने से वहां स्टील की कीमतों में हुए इजाफे की आड़ में भारतीय कम्पनियों द्वारा अपने उत्पादों में की गई वृद्धि से जोड़कर देखा जा रहा है। वहीं बड़ी स्टील निर्माता कम्पनियों द्वारा अपने उत्पादों का निर्यात करने की वजह से भी देश में स्टील की कीमतों में वृद्धि होने लगी है।