Edited By swetha,Updated: 10 Apr, 2020 08:26 AM
भारत में फंसे ब्रिटिश नागरिकों के लिए अपने देश लौटना मुश्किल हो गया है।
अमृतसर(इंद्रजीत): भारत में फंसे ब्रिटिश नागरिकों के लिए अपने देश लौटना मुश्किल हो गया है। वह भी उन हालातों में जब ब्रिटेन की विदेश सचिव डोमिनिक राव खुद इन्फेक्शन से जूझ रही है और वहीं उनके प्रधानमंत्री बोरिस जानसन कोरोना के चलते आई.सी.यू. में है। इन हालातों में उक्त महिला का दर्द कौन जान सकता है, जो लुधियाना में अपने पिता की मौत के उपरांत उसके संस्कार में शामिल होने के लिए अपने पति के साथ भारत आई थी। 1
2 मार्च को भारत आई महिला समीना शर्मा ने बताया कि उस समय 7 अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें यूनाइटेड किंगडम सरकार की तरफ से चलाईं जा रही थीं, परन्तु इस दौरान वहां जाने वालों की संख्या 20 हजार ब्रिटिश नागरिकों की थी। इससे भी बड़ी बात थी कि यह 7 उड़ानें दिल्ली और मुम्बई से जाने वाली थीं। उस समय विदेश सचिव डोमिनिक राव भी बेबस थी, क्योंकि उनके ऊपर कोरोना पीड़ित लोगों को संभालने की जिम्मेदारी थी। इसके बाद पंजाब में 24 मार्च से कर्फ्यू लग गया, जिस कारण मुश्किलों ओर बढ़ गई। यह वास्तव में कठिन समय है।