Edited By Vatika,Updated: 28 Nov, 2019 11:51 AM
मलेरकोटला निवासी गुलाम फरीद वर्ष 2002 में गलती से पाकिस्तान चला गया था और उसका परिवार वर्षों तक तलाश करने के बाद समझ बैठा कि वह मर चुका है लेकिन बुधवार को गुलाम फरीद 17 वर्ष के इंतजार के बाद भारत लौट आया।
अमृतसर/मालेरकोटला(नीरज,यासीन): मलेरकोटला निवासी गुलाम फरीद वर्ष 2002 में गलती से पाकिस्तान चला गया था और उसका परिवार वर्षों तक तलाश करने के बाद समझ बैठा कि वह मर चुका है लेकिन बुधवार को गुलाम फरीद 17 वर्ष के इंतजार के बाद भारत लौट आया।
गुलाम फरीद की रिहाई में अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला ने अहम भूमिका निभार्ई। 4 भाइयों व 3 बहनों के भाई गुलाम फरीद को रैड क्रास दफ्तर में लेने आई उसकी मां सदीकन अपने बेटे को देखकर रो पड़ी और उसने भारत सरकार व सांसद गुरजीत सिंह औजला का शुक्रिया अदा किया। गुलाम फरीद ने कहा कि वह अपने परिवार से मिलने की उम्मीद छोड़ चुका था लेकिन सांसद औजला के प्रयास से वह आज अपने परिवार से मिल पाया है।
बताया जा रहा है कि पाकिस्तान की तरफ से 2 भारतीय कैदियों गुलाम फरीद व तिलक राज की रिहाई की गई। गुलाम फरीद को 13 वर्ष की सजा सुनाई गई थी लेकिन 17 वर्ष की सजा काटनी पड़ी। गुलाम फरीद ने बताया कि वह अपने रिश्तेदारों को मिलने पाकिस्तान गया था जहां उसका पासपोर्ट गुम हो गया व पाकिस्तान सरकार ने उसे देशद्रोह के मामले में 13 वर्षों के लिए जेल भेज दिया। इसी तरह तिलक राज को भी 14 वर्ष की सजा काटनी पड़ी।तिलक राज जम्मू का रहने वाला है और अपने परिवार से मिलने जा रहा है।