सजा पूरी कर चुके सिखों को रिहा करो: सुखबीर

Edited By Vatika,Updated: 25 Sep, 2019 12:55 PM

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शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सजा पूरी कर चुके सभी सिख कैदियों को रिहा करने के लिए कहा है। वह कैदियों की रिहाई के लिए छंटनी वाली नीति अपनाए जाने के विरुद्ध हैं।

चंडीगढ़(अश्वनी): शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सजा पूरी कर चुके सभी सिख कैदियों को रिहा करने के लिए कहा है। वह कैदियों की रिहाई के लिए छंटनी वाली नीति अपनाए जाने के विरुद्ध हैं। यहां जारी प्रैस बयान में बादल ने कहा कि पहल यह है कि जेलों में गैरकानूनी तौर पर बंद सिखों की रिहाई हो, पर साथ ही चाहते हैं कि देशभर में उन सिख कैदियों की रिहाई हो, जो कानूनी तौर पर सजा पूरी कर चुके हैं।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिख अनुरोध किया था कि सिखा कैदियों की शीघ्र रिहाई के लिए व्यक्तिगत तौर पर हस्तक्षेप करें। उनका बयान ऐसी रिपोर्टों के मुद्देनजर आया है कि पंजाब सरकार ने छंटनी प्रकिया के तहत सिख कैदियों की रिहाई के लिए अनुरोध किया है। बादल ने कहा कि शिअद की मांग पूरी तरह संविधान और कानून के नियमों के अनुसार है परंतु सविंधान और कानून के नियम प्रभावित व्यक्तियों की राजनीतिक पृष्टभूमि के आधार पर बिना कोई भेदभाव समान लागू होते हैं। कानून सभी के लिए समान है और समान ही रहना चाहिए।

ऐसा कोई प्रभाव नहीं जाना चाहिए कि सरकार ने कुछ सिखों को बंदी बनाए रखने और कुछ को रिहा करने संबंधी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया है। उन्हें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री और गृहमंत्री इस संबंधी पार्टी के अनुरोध को अवश्य सुनेंगे। उन्होंने कहा कि एन.डी.ए. सरकार पहले ही राष्ट्रीय मुख्यधारा में सिखों में अलगाव की भावना दूर करने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी है। इसने सिखों के मन से भेदभाव की भावना को समाप्त करने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं। इस नए स्वस्थ दृष्टिकोण के तहत सज्जन कुमार जैसे 1984 कत्लेआम के दोषियों को सजाए देनी शुरू कर सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

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