Edited By Vatika,Updated: 20 Dec, 2019 11:21 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने राज्य के मालवा क्षेत्र के किसानों द्वारा कपास (सफेद सोना) की रिकार्ड पैदावार करने पर उन्हें बधाई देते हुए कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह अगले खरीफ मौसम में कपास उत्पादकों को अग्रिम सहायता व समर्थन...
चंडीगढ़/जालंधर(अश्वनी/धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने रा’य के मालवा क्षेत्र के किसानों द्वारा कपास (सफेद सोना) की रिकार्ड पैदावार करने पर उन्हें बधाई देते हुए कृषि विभाग को निर्देश दिए हैं कि वह अगले खरीफ मौसम में कपास उत्पादकों को अग्रिम सहायता व समर्थन दें। चालू मौसम में कपास की पैदावार 18.20 लाख गांठ हुई है जबकि पिछले साल यह 12.23 लाख गांठ थी।
प्रति एकड़ औसत उत्पादन 10 क्विंटल तक पहुंच गया है जबकि पिछले साल यह 9.31 क्विंटल प्रति एकड़ था। कैप्टन जिनके पास कृषि विभाग भी है, ने कहा कि अधिकारियों द्वारा कपास की पैदावार बढ़ाने तथा फसल को कीड़ों के हमलों से बचाने के लिए गंभीर प्रयास किए जाते रहे हैं। कृषि विभाग ने किसानों को सरकार के फसल विविधिकरण कार्यक्रम का लाभ लेते हुए कपास की फसल को अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसी कारण कपास के अधीन आते क्षेत्रफल में पिछले वर्ष की तुलना में भारी बढ़ौतरी हुई। पिछले साल कपास के अधीन आता क्षेत्र 6.70 लाख एकड़ था जबकि इस वर्ष यह क्षेत्रफल बढ़ कर 9.80 लाख एकड़ हो गया। मुख्यमंत्री की पहल के बाद भारतीय कपास निगम ने समय पर दखल दिया जिस कारण अब तक कपास की 4.36 लाख क्विंटल फसल को खरीदा जा चुका है।
भारत सरकार ने कपास की न्यूनतम कीमत 5450 रुपए प्रति क्विंटल तय की थी। मुख्यमंत्री ने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय लुधियाना को बधाई देते हुए कहा कि उसने कृषि विभाग के साथ तालमेल करते हुए किसानों को अच्छी क्वालिटी के बीज उपलब्ध करवाए। मुख्यमंत्री ने कृषि विभाग से कहा कि वह अगले खरीफ मौसम में कपास के अधीन आते क्षेत्रफल का विस्तार करवाते हुए इसे 12.50 लाख एकड़ तक लेकर जाएं। इस बीच कृषि विभाग के सचिव के.एस. पन्नु ने कहा कि सफेद सोने के रूप में जानी जाती कपास की बम्पर फसल हुई है जिसके पीछे ड्रिप इरीगेशन सिस्टम को अपनाना भी शामिल है।