Edited By Vatika,Updated: 11 May, 2018 09:29 AM
गत दिवस गैंग रेप का शिकार हुई अध्यापिका जिसे फिल्लौर से जालंधर सिविल अस्पताल भेजा गया था, वहां से रहस्यमयी हालातों से गायब हो गई है। अध्यापिका की मां ने आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस और अस्पताल के डाक्टर सभी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।
फिल्लौर(भाखड़ी): गत दिवस गैंग रेप का शिकार हुई अध्यापिका जिसे फिल्लौर से जालंधर सिविल अस्पताल भेजा गया था, वहां से रहस्यमयी हालातों से गायब हो गई है। अध्यापिका की मां ने आरोप लगाते हुए बताया कि पुलिस और अस्पताल के डाक्टर सभी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं।
पीड़िता की मां ने बताया कि सिविल अस्पताल फिल्लौर में उसकी बेटी की हालत काफी खराब थी। पुलिस के जाते ही फिल्लौर के डाक्टरों ने उनकी बेटी को सिविल अस्पताल जालंधर रैफर कर दिया कि इसका उपचार वहीं पर होगा उनकी बेटी नशे की लत का शिकार है जिसे डी-अडिक्षन सैंटर में साइकैट्रिक की देख रेख में रखा जाएगा। वह जैसे ही शाम 4 बजे एम्बुलैंस में सिविल अस्पताल जालंधर पहुंची तो वहां उसका इलाज करने वाले डाक्टरों ने 2500 रुपए जमा करवाने को बोल दिया। उसकी बेटी बदन दर्द होने का कहकर जोर-जोर से चीख रही थी। उसके बावजूद डाक्टर उसे बिस्तर पर लेटा दूसरे मरीजों को देखने निकल गए। इस दौरान उसकी बेटी ने उससे चाय मांगी जैसे ही वह चाय लेकर 5 मिनट बाद लौटी तो उसकी बेटी बैड से गायब थी। डाक्टरों से पूछने पर उन्होंने कोई उचित जवाब नहीं दिया।
अध्यापिका की मां ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी को पंजाब पुलिस जालंधर में तैनात हवलदार से जान का खतरा है। उसकी बेटी को लापता हुए 2 दिन हो चुके है। पुलिस उसे ढूंढने के लिए कोई मदद नहीं कर रही। उसने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में भी सूचना दी उसके बाद भी कोई पुलिस अधिकारी उसकी सुध लेने नहीं पहुंचा। पुलिस ने चाहे उसकी बेटी से बलात्कार करने वाले चारों आरोपियों को पकड़ लिया है परंतु जब तक उसकी बेटी उनकी पहचान करने के लिए नहीं मिलेगी तो उन्हें कैसे पता चलेगा कि उक्त लोगों ने उसके साथ कैसे दरिंदगी की।