राम रहीम को माफी नहीं देनी चाहिए थी : ब्रह्मपुरा

Edited By Vaneet,Updated: 30 Sep, 2018 09:58 PM

ram rahim is wrong to forgive ranjeet singh brahmapura

राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा की ओर से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बादल के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद आज अकाली दल...

अमृतसर(ममता): राज्यसभा सदस्य सुखदेव सिंह ढींडसा की ओर से शिरोमणि अकाली दल (शिअद) बादल के सभी पदों से इस्तीफा देने के बाद आज अकाली दल के प्रमुख अकाली टकसाली नेताओं द्वारा प्रैस कॉन्फ्रैंस के दौरान पार्टी विरोधी बागी तेवर तो नजर आए, लेकिन उनके द्वारा इस्तीफे के लग रहे कयासों को फिलहाल सिरे से नकार दिया गया। 

पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में ब्रह्मपुरा ने कहा कि राम रहीम को माफी देते समय भी उन्होंने विरोध किया था और यदि भविष्य में कुछ गलत होता है तो उसका भी विरोध किया जाएगा। ब्रह्मपुरा ने बरगाड़ी कांड में मारे गए सिखों की हत्या को गलत करार दिया व कहा कि श्री गुरु ग्रंथ साहिब पार्टी से ऊपर है, इसकी बेअदबी करने वालों को सजा मिलनी चाहिए। सुखबीर सिंह बादल को लेकर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नो कमैंट्स, पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है।

शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख नेता सांसद जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा, सांसद डा. रतन सिंह अजनाला, पूर्व मंत्री जत्थेदार सेवा सिंह सेखवां, मनमोहन सिंह सठियाला, अमरपाल सिंह बोनी अजनाला और रविन्द्र सिंह ब्रह्मपुरा (तीनों ही) पूर्व विधायकों द्वारा प्रैस कॉन्फ्रैंस में कहा कि अगर पार्टी में सब ठीक होता तो वे यहां क्यों इकट्ठे होते, लेकिन उन्होंने कुछ मुद्दोंं पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ मीटिंग करके इन्हें बातचीत द्वारा हल करने की बात कही। रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि अकाली दल उनके लिए मां के समान है और इसे छोडऩे का सवाल ही पैदा नहीं होता। आज उन सब नेताओं की ओर से 3 महत्वपूर्ण मुद्दोंं एस.जी.पी.सी., श्री अकाल तख्त साहिब और शिअद के बारे विचार किया गया, जिसमें इनमें पाई गई कमियों के संबंध में पार्टी सुप्रीमो प्रकाश सिंह बादल से बातचीत करके इसका हल निकालने का प्रयास करेंगे।

शिअद में माझा का जरनैल जैसा कोई पद नहीं: सेखवां
इस अवसर पर जब बार-बार पत्रकारों द्वारा माझा के जरनैल के रूप में विख्यात हलका मजीठा के विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के उनकी मीटिंग में न आने बारे पूछा गया तो पूर्व मंत्री सेवा सिंह सेखवां ने थोड़ा तैश में आकर कहा कि उन्हें समझ नहीं आता आप बार-बार मजीठिया को माझा का जरनैल क्यों कह रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी में माझा के जरनैल जैसा कोई पद नहीं है और न ही पार्टी में उनका कद कोई बहुत ऊंचा है। उन्होंने दोहराया कि पार्टी में केवल रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा का ही कद बादल के बाद ऊंचा है।

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