Edited By swetha,Updated: 07 Aug, 2018 02:08 PM
राज्यसभा में उप चेयरमैन के पद के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के साथ नाराजगी के बावजूद अकाली दल उसके खिलाफ स्टैंड नहीं लेगा। अकाली दल इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए ही लगातार बैठकें कर भाजपा को यह बताना चाहता है कि सहयोगी पार्टी...
नई दिल्ली: राज्यसभा में उप चेयरमैन के पद के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के साथ नाराजगी के बावजूद अकाली दल उसके खिलाफ स्टैंड नहीं लेगा। अकाली दल इस मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए ही लगातार बैठकें कर भाजपा को यह बताना चाहता है कि सहयोगी पार्टी होने के नाते इस मुद्दे पर उसकी भी राय ली जानी चाहिए थी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले अकाली दल के राज्यसभा सदस्य नरेश गुजराल का नाम इस पद के लिए चर्चा में था। पर गुजराल ने कुछ दिन पहले खुद मीडिया में दिए गए बयान में अपने आपको इस पद की रेस से बाहर बताया था। इसके बाद यह चर्चा शुरू हो गई थी कि भारतीय जनता पार्टी संसद के इस सैशन दौरान उपसभापति का चुनाव नहीं करवाएगी। इस मामले को लेकर अकाली दल की आज हुई बैठक में चर्चा तो की गई है परन्तु कोई फैसला नहीं लिया गया।
पार्टी के राज्यसभा सदस्य नरेश गुजराल ने इस पूरे मामले में अकाली दल के सरप्रस्त प्रकाश सिंह बादल से राय लेने की बात कही है। सांय 6 बजे अकाली दल की बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। जानकारों का मानना है कि प्रकाश सिंह बादल इस मामले में अकाली दल की तरफ से भाजपा को नाराज करने वाला कोई भी कदम उठाने से रोकेंगे। भाजपा की सहयोग से ही अकाली दल 1997 में लंबे समय बाद सत्ता में आया था। पिछले 21 साल से नाराजगियों के बावजूद अकाली दल और भारतीय जनता पार्टी का यह गठजोड़ कायम है।