Edited By Vatika,Updated: 16 Nov, 2020 03:06 PM
दीवाली से पहले यह माना जा रहा था कि रोशनी के पर्व पर चलने वाले पटाखों से फैलने वाले प्रदूषण का स्तर बहुत ही खराब हो जाएगा
जालंधरः दीवाली से पहले यह माना जा रहा था कि रोशनी के पर्व पर चलने वाले पटाखों से फैलने वाले प्रदूषण का स्तर बहुत ही खराब हो जाएगा लेकिन दीवाली के अगले ही दिन रविवार को हुई बारिश ने पंजाब को प्रदूषण से काफी हद तक निजात दिला दी। दिवाली की रात को एयर क्वालिटी इंडैक्स 500 के स्तर को भी छू गया था हालांकि बारिश होने के बाद यह सामान्य स्तर पर पहुंच गया है।
सोमवार को नैशनल एयर क्वालिटी इंडैक्स के अनुसार पंजाब के बठिंडा 120, पटियाला में 80, जालंधर में 128, लुधियाना में 125, अमृतसर में 117 दर्ज किया गया है।
बता दें कि शनिवार देर रात को राज्य के तीनों बड़े शहरों की हवा में पी.एम. 2.5 और पी.एम. 10 का स्तर 500 के स्तर को भी छू गया।
हालांकि इन शहरों में औसतन एयर क्वालिटी इंडैक्स 400 से नीचे रहा लेकिन यह हवा भी सांस लेने योग्य नहीं है और ऐसे वायु प्रदूषण से बच्चों और बुजुर्गों को खास तौर पर समस्या हो सकती है।
पाबंदी के बावजूद रात 2 बजे तक चले पटाखे
दीपावली पर्व पर सरकार द्वारा पटाखों से होने वाले प्रदूषण को कम करने के लिए कई पाबंदियां लगाने के बावजूद लुधियाना सहित कई शहरों में देर रात 2 बजे तक लोगों ने जमकर आतिशबाजी की और पटाखे चलाए गए। जिसके चलते प्रदूषण स्तर खतरनाक स्तर से पार हो गया और लुधियाना में देर रात एयर क्वालिटी इंडैक्स 500 के स्तर पर पहुंच गया। प्रदूषण से फैले जहरीले धुएं से लोगों को आंखों की जलन के साथ सांस लेने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा। आलम यह रहा कि लुधियाना में इतने ज्यादा पटाखे चलने के कारण राजधानी दिल्ली में दीपावली पर ए.क्यू.आई. 421 के स्तर को भी लुधियाना पीछे छोड़ गया।
एयर क्वालिटी इंडैक्स
|
8 नवम्बर |
15 नवम्बर |
लुधियाना |
328 |
340 |
जालंधर |
282 |
320 |
अमृतसर |
341 |
368 |
पटियाला |
286 |
256 |
बठिंडा |
129 |
353 |