Edited By Sunita sarangal,Updated: 24 Dec, 2019 09:10 AM
ट्रेन के ड्राइवर, गार्ड, स्टेशन मास्टर, टी.टी.ई., फायर कर्मियों समेत 45 लोगों के बयान किए कलमबद्ध
जालंधर(गुलशन): दिसम्बर की रात करतारपुर रेलवे स्टेशन पर सरयू-यमुना एक्सप्रैस के एस-1, एस-2 और एस-3 कोच में आग लगने के मामले में नॉर्दर्न रेलवे के जी.एम. टी.पी. सिंह द्वारा गठित की गई उज्जस्तरीय जांच कमेटी में शामिल शैलेंद्र सिंह (चीफ रोलिंग स्टॉक इंजीनियर, कोचिंग), आर.पी.एफ. के चीफ सिक्योरिटी कमांडर पंकज गंगवार व प्रकाश सिंह (चीफ इलैक्ट्रिकल सर्विस इंजीनियर) सोमवार सुबह सिटी रेलवे स्टेशन पहुंचे।
उन्होंने फिरोजपुर रेल मंडल के ए.डी.आर.एम. सुखविंद्र सिंह व अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा किया। करीब 45 मिनट तक उन्होंने जले हुए कोचों की बारीकी से जांच की। जांच के दौरान उन्होंने कोच के अंदर जली हुई व कुछ हुई पिघली हुई तारों पर ध्यान केंद्रित किया। इस मौके पर उन्होंने किसी से भी बात नहीं की। इसके बाद वे जालंधर सिटी रेलवे स्टेशन के नजदीक स्थित रेलवे अधिकारी रैस्ट हाऊस में पहुंचे, जहां उन्होंने 8 घंटे तक बंद कमरे में संबंधित कर्मचारियों से पूछताछ की।
इस दौरान स्टेशन मास्टर करतारपुर, ट्रेन के लोको पायलट, असिस्टैंट लोको पायलट, गार्ड, टी.टी.ई., गेटमैन, गैंगमैन, रेलवे अधिकारियों के अलावा जी.आर.पी. के कर्मचारियों, फायर ब्रिगेड कर्मियों, करतारपुर थाने के एस.एच.ओ. पुष्प बाली समेत 45 लोगों के बयान कलमबद्ध किए। जांच कमेटी द्वारा एक-एक टीम को अंदर बुला कर पूछताछ कर बयान दर्ज किए जा रहे थे। जांच टीम ने सभी लोगों से गहराई से पूछताछ की।
दूसरी तरफ सूत्रों का कहना है कि जांच कमेटी इस पूरे मामले की रिपोर्ट तैयार कर जी.एम. टी.पी. सिंह को सौंपेगी। इससे पहले फॉरैंसिक टीम द्वारा भी घटना की जांच करके सैंपल लिए गए हैं। अब सैंट्रल फॉरैंसिक टीम भी कल घटनास्थल पर जाकर जांच करके सैंपल लेगी ताकि घटना के सही कारणों का पता चल सके। रात करीब 8.30 बजे तक चली इंक्वायरी के बाद सभी जांच अधिकारी अपने विशेष सैलून से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
घटना के चश्मदीद ने कहा-कोच से आ रही थी तारें जलने की बदबू
सरयू-यमुना एक्सप्रैस में आग लगने के मामले में जी.आर.पी. और आर.पी.एफ. द्वारा कई यात्रियों से पूछताछ की गई। इनमें से किसी भी यात्री ने आपराधिक घटना की आशंका नहीं जताई। एस-2 कोच में सवार यात्री हरप्रीत सिंह ने जी.आर.पी. के एस.एच.ओ. धर्मेंद्र कल्याण को दिए बयानों में कहा कि ट्रेन जब करतारपुर स्टेशन के पास पहुंचने वाली थी तो कोच के अंदर तारें जलने की बदबू आने लगी। वहां से धुआं भी उठने लगा। इसी दौरान ट्रेन रुक गई और वे बाहर निकल गए। दूसरी लाइन से अमृतसर की ओर से तेज गति से गोल्डन टैम्पल ट्रेन निकली जिसकी हवा से आग भड़क गई। ट्रेन में सवार जी.आर.पी. के कर्मचारी हरजिन्द्र सिंह ने भी कहा कि उन्हें यात्रियों ने बताया था कि ट्रेन से कुछ जलने की बदबू आ रही है लेकिन चंद ही मिनटों में आग काफी फैल गई।
जांच कमेटी ने इन मेन लोगों के बयान किए दर्ज
नरेश कुमार |
फायर ब्रिगेड कर्मी |
रविंदर सिंह |
फायर ब्रिगेड कर्मी |
बलबीर सिंह |
फायर ब्रिगेड कर्मी |
चरणजीत सिंह |
फायर ब्रिगेड कर्मी |
जितेंद्र कुमार |
फायर ब्रिगेड कर्मी |
संदीप कुमार |
फायर ब्रिगेड कर्मी |
पुष्प बाली |
एस.एच.ओ. करतारपुर |
हरजिंदर सिंह |
ट्रेन गार्द (जी.आर.पी.) |
दिलबाग सिंह |
ट्रेन गार्द (जी.आर.पी.) |
जंग बहादुर |
स्टेशन मास्टर (करतारपुर) |
दीवाकर कुमार |
एस.एस.ई. (ट्रेन लाइट) |
बलजीत सिंह |
एस.एस.ई. (कैरिज एंड वैगन) |
अवतार सिंह |
एस.एस.ई. (टी.आर.डी.) |
संजय बिष्ट |
चीफ लोको इंस्पैक्टर जालंधर |
अशोक सिन्हा |
ट्रैफिक इंस्पैक्टर-2 जालंधर |
रामपाल |
लोको पायलट मेल 14649 |
अशोक कुमार राणा |
ट्रेन गार्ड |
धनंजय कुमार |
लोको पायलट 12904 |
हरविंदर सिंह |
इंस्पैक्टर आर.पी.एफ., जालंधर |
मुकेश कुमार |
टी.टी.ई. |
इनके अलावा गैंगमैन, गेटमैन व अन्य रेलकर्मियों के भी बयान दर्ज हुए।
फॉरैंसिक लैब की रिपोर्ट आने में लगेगा लंबा समय
घटना के बाद फॉरैंसिक टीम द्वारा जले कोच के अंदर से सैंपल लिए गए। इसके बाद आर.पी.एफ. द्वारा जले हुए कोचों को सील कर दिया गया। फॉरैंसिक लैब की रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा कि आग किसी ज्वलनशील पदार्थ से लगी है या शार्ट-सर्किट से। वहीं जानकारों का कहना है कि फॉरैंसिक लैब की रिपोर्ट आने में 6 महीने या इससे ज्यादा समय भी लग सकता है क्योंकि इससे पहले भी कई ऐसे केस हैं, जिनमें फोरैंसिक लैब द्वारा सैंपल लिए गए थे, जिनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी है।