Edited By Updated: 16 Dec, 2016 10:33 AM
नोटबंदी के बाद सतर्क हुए आयकर विभाग के इन्वैस्टीगेशन विंग ने बाद दोपहर खन्ना ज्वैलर्स व घरेलू परिसर पर एक साथ दबिश दी।
लुधियाना(सेठी): नोटबंदी के बाद सतर्क हुए आयकर विभाग के इन्वैस्टीगेशन विंग ने बाद दोपहर खन्ना ज्वैलर्स व घरेलू परिसर पर एक साथ दबिश दी। यह कार्रवाई डैनोमेनाइजेशन के अंतर्गत की गई है, क्योंकि उपरोक्त ज्वैलर ने अपने बैंक खातों में पुरानी करंसी बड़े स्तर पर जमा करवाई थी। इस सर्च का मुख्य कारण बड़े स्तर पर नई करंसी मिलने के आसार हैं। यह कार्रवाई प्रिंसीपल डायरैक्टर इन्वैस्टीगेशन परनीत सचदेव के निर्देशों पर संयुक्त निदेशक रोहित मेहरा की अगुवाई में की गई। इस कार्रवाई में विभाग के 2 दर्जन से अधिक विभागीय अधिकारी शामिल हैं।
सूत्रों के मुताबिक उपरोक्त ज्वैलर ने 8 नवम्बर के बाद जो सोना बेचा है, उससे अर्जित कालाधन कहां खपाया है व उपरोक्त यूनिट से संबंधित कर्मचारियों के बैंक खाते तक विभाग द्वारा खंगाले जा रहे हैं। विभाग को शक है कि नोटबंदी के बाद धन कुबेरों द्वारा अपने कालेधन को सोने में खपाने की मुहिम के अंतर्गत जो ज्वैलर्स के पास धन आया है, ज्वैलर्स ने इसे अपने कर्मचारियों के खाते में भी खपाया है। विंग को जांच के दौरान देर रात 15 लाख की नई करंसी (2 हजार के नोट) मिली है। विभाग अब इस जांच में जुट गया है कि उपरोक्त ज्वैलर्स ने यह करंसी कानूनी तौर पर प्राप्त की है या गैर कानूनी।
रोष स्वरूप ज्वैलर्स ने दुकानें की बंद
इस कार्रवाई के विरोध में तमाम ज्वैलर्स ने अपनी दुकानें बंद कर दीं। उनका मानना है कि आयकर विभाग इस कारोबार को चलाने में विघ्न डाल रहा है, जोकि पहले ही मंदी की मार झेल रहे हैं।