Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Dec, 2017 03:08 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने से पार्टी में परिवारवाद की झलक दिखाई नहीं देती है क्योंकि राहुल ने पिछले कुछ वर्षों में कड़ी मेहनत की है। गुजरात में चुनावी अभियान के दौरान भी...
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि राहुल गांधी को कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने से पार्टी में परिवारवाद की झलक दिखाई नहीं देती है क्योंकि राहुल ने पिछले कुछ वर्षों में कड़ी मेहनत की है। गुजरात में चुनावी अभियान के दौरान भी राहुल का नेतृत्व उभर कर सामने आया है।
उन्होंने कहा कि राहुल को पार्टी अध्यक्ष के रूप में अब 100 प्रतिशत कांग्रेस नेता व कार्यकत्र्ता देखना चाहते हैं। अब कांग्रेस के साथ समान विचारधारा वाली पार्टियों को भी राहुल के आगे आने पर कोई एतराज नहीं है। शहजाद पूनावाला द्वारा कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों पर उंगलियां उठाने पर टिप्पणियां करते हुए कैप्टन ने कहा कि पार्टी में कोई भी पूनावाला की टिप्पणियों को सुनना पसंद नहीं करता है। उन्होंने राहुल गांधी को अब 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने की मांग करते हुए कहा कि युवा वर्ग विशेष रूप से राहुल के विचारों को गंभीरता से ले रहा है।
अब राहुल में परिपक्वता आ चुकी है तथा उनमें वे गुण मौजूद हैं जो एक प्रधानमंत्री में होने चाहिएं। गुजरात चुनावों का जिक्र करते हुए कैप्टन ने कहा कि वहां पर कांग्रेस पहले स्थान पर चल रही है, जिसका पता राहुल की रैलियों से चलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्पोरेशन चुनाव को कांग्रेस ने चुनौती के रूप में स्वीकार किया है तथा इन्हें पार्टी आसानी से जीत लेगी क्योंकि आम आदमी पार्टी लगातार सियासी पटल पर गिरावट की तरफ जा रही है जबकि अकालियों का नाम आज भी लोग सुनना पसंद नहीं करते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार अब राज्य को सही पटरी पर लाने की कोशिशों में जुटी हुई है। नशा तस्करों की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई है तथा अब राज्य में आसानी से नशा उपलब्ध नहीं हो रहा है। ड्रग माफिया पंजाब छोड़कर भाग गया है।
खैहरा अति-महत्वाकांक्षी, टिप्पणी करना पसंद नहीं
सुखपाल खैहरा के खिलाफ ड्रग मामले का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि खैहरा एक अति-महत्वाकांक्षी राजनीतिज्ञ हैं जिन पर टिप्पणी करना वह पसंद नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि खैहरा के विरुद्ध केस 2015 में दर्ज हुआ था, कांग्रेस सरकार की इसमें कोई भूमिका नहीं है। यह मामला अब अदालत में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि टार्गेट किलिंग केस एन.आई.ए. को इसलिए सौंपे गए हैं ताकि इसके पीछे अंतर्राष्ट्रीय साजिशें बेनकाब हो सकें। उन्होंने कहा कि अकालियों के कार्यकाल के दौरान कांग्रेसियों पर दर्ज झूठे मामलों की जांच चल रही है जिसमें रिपोर्ट आने पर एक्शन लिया जा रहा है।