Edited By Tania pathak,Updated: 03 May, 2021 02:59 PM
पंजाब में 1 मई से 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के न शुरू होने से युवा वर्ग में भारी आक्रोश है।
रूपनगर (कैलाश): पंजाब में 1 मई से 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के शुरू होने वाले कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के न शुरू होने से युवा वर्ग में भारी आक्रोश है। इसके साथ पंजाब में कांग्रेस सरकार और केंद्र में भाजपा सरकार भी आमने-सामने खड़ी हो गई है।
जहां कांग्रेसी नेताओं ने केंद्र सरकार पर पंजाब से सौतेले व्यवहार का आरोप लगाया, वही युवा वर्ग देश में बढ़ते कोरोना रोगियों की संख्या, कोरोना के कारण हो रही मौतों तथा केंद्र सरकार द्वारा टीकाकरण अभियान में देश के नागरिकों के प्रति की गई लापरवाही से खफा है। आज देश के हालात कोरोना रोगियों के उपचार को लेकर नाजुक दौर से गुजर रहे है। ऑक्सीजन गैस की कमी से हो रही मौत भले ही सरकारों को नजर नही आ रही, परंतु ऐसे रोगियों के परिजन सरकारों को कभी माफ नहीं करेंगे।
मोदी सरकार ने वाह-वाही लूटने के लिए निर्यात की वैक्सीन
इस संबंध में जे.के. जगगी जिला अध्यक्ष सरबत दा भला ट्रस्ट ने कहा कि देश में रोजाना लाखों की संख्या में लोग कोरोना पॉजिटिव हो रहे है। जिसके पूर्व अनुमान को देखते हुए देश के वैज्ञानिकों ने एक वर्ष के अंदर देश के नागरिकों के लिए प्रभावशाली वैक्सीन तैयार करने का चमत्कार किया। परंतु मोदी सरकार ने देश में कोरोना की दूसरी लहर को नजर अंदाज करते हुए 69 देशों को लगभग 583 लाख डोज वैक्सीन की निर्यात कर वाह वाही लूटने की कोशिश की।
बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं पर अभी टीकाकरण नही
चेतन शर्मा एडवोकेट ने कहा कि भारत में दो तरह की कोरोना वैक्सीन उपलब्ध है, जिसके लिए जो ट्रायल किए गए है। उनमें 16 वर्ष के कम आयु के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं पर इसका परिक्षण नही किया गया। जिस कारण कोरोना टीकाकरण अभियान में इन्हें मौजूदा समय में शामिल नही किया जा सकता। परंतु इसके बावजूद 135 करोड़ आबादी वाले भारत देश में 16 जनवरी से शुरू हुए अभियान के बावजूद अभी लगभग 15 करोड़ लोगों को ही वैक्सीनेशन लगी है, सभी को वैक्सीनेशन लगाने में वर्षों लग जाएंगे।