Edited By swetha,Updated: 03 Mar, 2020 08:16 AM
पंजाबी भाषा को 10वीं कक्षा तक अनिवार्य विषय के तौर पढ़ाने संबंधी प्रस्ताव सोमवार को विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हो गया। तकनीकी शिक्षा मंत्री और औद्योगिक सिखलाई मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सरकारी प्रस्ताव पेश किया।
चंडीगढ़(अश्वनी): पंजाबी भाषा को 10वीं कक्षा तक अनिवार्य विषय के तौर पढ़ाने संबंधी प्रस्ताव सोमवार को विधानसभा में सर्वसम्मति से पारित हो गया। तकनीकी शिक्षा मंत्री और औद्योगिक सिखलाई मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने सरकारी प्रस्ताव पेश किया।
स्पीकर ने इस प्रस्ताव को पढ़ते हुए कहा कि यह सदन पंजाब की मातृ भाषा पंजाबी को प्रफुल्लित करने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे सार्थक कदमों का स्वागत करता है। सदन यह भी सिफारिश करता है कि सरकार किसी भी व्यक्ति या संस्था की तरफ से पंजाबी के प्रसार विरुद्ध किए जाने वाले किसी भी तरह के कार्यों व कदमों को रोकने के लिए जरूरी कानून सहित योग्य प्रबंध करे।
सदन यह भी सिफारिश करता है कि सरकार प्रदेश में सभी सरकारी और गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानों में पंजाबी भाषा को 10वीं कक्षा तक जरूरी विषय के तौर पर पढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाए। साथ ही अदालतों के फैसले को पंजाबी भाषण में उपलब्ध करवाने के लिए कदम उठाए। सदन ने इसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया। चन्नी ने पंजाब में एक कमीशन बनाने की वकालत की। यह कमीशन उन अधिकारियों के ‘कान पकड़कर’ सख्त कार्रवाई करने में सक्षम हो जो सरकारी कामकाज में पंजाबी भाषा के इस्तेमाल को तवज्जो नहीं देते हैं।