Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Jan, 2018 12:26 PM
सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता इंदू मल्होत्रा का सुप्रीम कोर्ट का जज बनना अब लगभग तय है। उनके के नाम की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट के कोलेजियम द्वारा किए जाने के बाद अब इस फैसले पर सिर्फ केंद्र सरकार की मोहर लगना बाकी है।
जालंधरः सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता इंदू मल्होत्रा का सुप्रीम कोर्ट का जज बनना अब लगभग तय है। उनके नाम की सिफारिश सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम द्वारा किए जाने के बाद अब इस फैसले पर सिर्फ केंद्र सरकार की मोहर लगनी बाकी है।
सरकार के हामी भरते ही इंदू सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बन जाएंगी। उनको सुप्रीम कोर्ट की जज बनाए जाने की सिफारिश से पंजाब को दोगुनी खुशी मिली है। वह जालंधर की भांजी और लुधियाना की बेटी हैं।उनके जालंधर निवासी मामा आर.के. तलवार ने बताया कि उनके लिए लिए गर्व की बात है कि उनकी भांजी सुप्रीम कोर्ट की जज बनने जा रही हैं। वह अक्सर उनके पास जालंधर आती रहती हैं। उनके नाम की सिफारिश किए जाने के बाद परिवार में खुशी का माहौल है।
उन्होंने बताया कि उनके बहनोई भी सुप्रीम कोर्ट में प्रेक्टिस करते थे। उनका भांजा और दो भांजियां भी कानूनविद् ही हैं। तलवार बताते हैं कि उनकी बहन की शादी मूल रूप से लुधियाना के पास बैरसाल के रहने वाले ओ.पी. मल्होत्रा से हुई थी,जो बेंगलुरु में एक कंपनी में जी.एम. थे। चूंकि उनके बहनोई ने भी कानून की पढ़ाई कर रखी थी, तो 1961 में वो नौकरी छोड़कर दिल्ली शिफ्ट हो गए। यहां तत्कालीन अटॉर्नी जनरल ऑफ इंडिया एम.सी. स्टीवाट के संपर्क में आने के बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू कर दी।
इंदू की शुरुआती शिक्षा हालांकि, बेंगलुरु में ही हुई। उन्होंने अपनी सेकेंडरी स्कूल और आगे की शिक्षा उन्होंने दिल्ली में पूरी की। इंदू तीन बहनों और एक भाई में सबसे छोटी हैं। उनका भाई लॉस एंजलिस में वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। उनकी बड़ी बहन हाउसवाइफ हैं। छोटी बहन इन्कम टैक्स एडवोकेट हैं। वो इन्कम टैक्स विभाग में उपायुक्त के पद पर भी रह चुकी हैं। उनके माता-पिता का स्वर्गवास हो चुका है।