Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 10:14 AM
पुलिस का दावा है कि विक्की गौंडर, प्रेमा लाहौरिया और उनके एक साथी की एन्काऊंटर में मौत से पंजाब में एक खालिस्तानी मॉड्यूल ब्रेक हुआ है।
चंडीगढ़ (रमनजीत, राकेश बहल, सोमनाथ कैंथ, रिमांशु): पुलिस का दावा है कि विक्की गौंडर, प्रेमा लाहौरिया और उनके एक साथी की एन्काऊंटर में मौत से पंजाब में एक खालिस्तानी मॉड्यूल ब्रेक हुआ है। वहीं लखविंदर लक्खा की ढाणी, जिस जगह यह एन्काऊंटर हुआ था पाकिस्तानी सीमा से महज 7 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके चलते पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है कि कहीं गौंडर व उसके साथी पाकिस्तान से सप्लाई हासिल करने तो नहीं पहुंचे थे।
इंटैलीजैंस विंग इस बात की खोज में जुट गया है कि आखिरकार विक्की गौंडर व प्रेमा लाहौरिया पक्की टिब्बी की उक्त ढाणी पर ही क्यों पहुंचे थे? हालांकि शरूआती तौर पर यह सामने आया था कि लक्खा के यहां उन्हें नशा व ठिकाना मुहैया हो रहा था लेकिन पुलिस की खुफिया एजैंसीज को यह बात हजम नहीं हो रही है, क्योंकि गैंगस्टरों के ङ्क्षलक तस्करों से रहते हैं और उन्हें सप्लाई के लिए खुद कहीं जाने की जरूरत नहीं रही। खुफिया विंग इस बात की जांच कर रहा है कि कहीं किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए गौंडर गैंग को पाकिस्तान से हथियारों आदि की सप्लाई तो नहीं होने वाली थी। इसका आधार यह है कि लक्खा की ढाणी पाकिस्तान सीमा के काफी करीब स्थित है और एन्काऊंटर के वक्त भी प्रेमा लाहौरिया ऐसी जैकेट पहने हुए था जिससे फौजी या बी.एस.एफ. जवान होने का भ्रम पैदा हो।
जेल ब्रेक और टारगेट किलिंग में आया था रोमी व हरमीत का नाम
खुफिया विंग की टीम इस जांच को इस एंगल से भी आगे बढ़ा रही है कि नाभा जेल ब्रेक मामले में अब तक हुई गिरफ्तारियों के बाद जांच में यह तथ्य स्थापित हो चुका है कि जेल ब्रेक को अंजाम देने के लिए हथियारों व अन्य सामान के लिए पैसा हांगकांग में बैठे रोमी के जरिए पहुंचा था। रोमी का ङ्क्षलक आई.एस.आई. पाकिस्तान में बैठे आतंकी हरमीत पी.एच.डी. से है। पुलिस की जांच में सामने आया था कि शॉर्प शूटर व टारगेट चुनने, कम्युनिकेशन्स का सारा काम हरमीत पी.एच.डी. द्वारा ही किया गया था। कुछ ही समय पूर्व यह भी इनपुट मिली थी कि विक्की गौंडर को आई.एस.आई. के जरिए असाल्ट राइफल की सप्लाई हुई है लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है।
पूरी संभावना कि गौंडर पाक एजैंसियों के संपर्क में था इसकी पूरी संभावना है कि रोमी के जरिए विक्की गौंडर जैसे गैंगस्टर पाकिस्तान की एजैंसीज के संपर्क में हों, हम इस बात की तह तक जाने के प्रयास में हैं कि लखविंदर लक्खा की ढाणी में ही गौंडर ने ठिकाना क्यों बनाया था। जैसे ही कोई सूचना पुख्ता होगी, उसे सांझा किया जाएगा।। —सुरेश अरोड़ा, डी.जी.पी.