Edited By Updated: 15 Dec, 2016 03:03 PM
पूरे पंजाब में अपराध घटने की बजाय दिनों -दिन दोगुना होता जा रहा है।
जालंधर: पूरे पंजाब में अपराध घटने की बजाय दिनों -दिन दोगुना होता जा रहा है। अपराध को रोकने के लिए हर राज्य पुलिस चौकस होती है परन्तु यदि पंजाब पुलिस की बात करें तो हाल इतना बुरा है कि पुलिस की आंखों के सामने बड़ी वारदातें हो जातीं हैं। कभी पुलिस के सामने कैदियों को गोलियों से भून दिया जाता है तो कभी पुलिस की बसों में से कैदी फरार हो जाते हैं। यदि इस बारे सोचा जाए तो पंजाब पुलिस में इतनी सामर्थ्य ही नहीं है कि वह शत्रु को ईंट का जवाब पत्थर से दे सके। इसके बहुत से कारण हैं।
पहला कारण तो यह है कि पंजाब में आधे की अपेक्षा ज्यादा पुलिस कर्मचारी राजनीतिक लोगों की चमचागिरी करते नजर अाते हैं तो दूसरे तरफ़ उनके पास जो वाहन हैं, वह भी खटारा हो चुके हैं, जिन्हें पुलिस कर्मचारियों को खुद ही धक्का लगा कर स्टार्ट करना पड़ता है। ओर तो ओर पुलिस के हथियारों को भी जंग लग चुकी है। पुलिस थानों की ज्यादातर इमारतों की हालत ख़स्ता है। यदि पंजाब पुलिस का यही हाल रहा तो हमारे पुलिस मुलाजिम कैसे दुश्मन पर वार कर सकेंगे।
इस की मिसाल पठानकोट के दीनानगर थाने पर हुए हमले दौरान उस समय देखने को मिली थी, जब आतंकवादियों आगे कई पुलिस मुलाजिमों के पुराने हथियार ही नहीं चले थे। जरूरत है पुलिस को मजबूत करने की जिससे बाहर वालों और अंदरूनी ताकतों से आम लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ न कर सकें।