Edited By Vatika,Updated: 18 May, 2018 09:23 AM
कर्नाटक के बाद अब पंजाब ही इकलौता ऐसा बड़ा प्रदेश है, जहां पर कांग्रेस सत्ता में है। इसके अलावा पुड्डुचेरी व मिजोरम ऐसे छोटे प्रदेश हैं, जहां कांग्रेस सत्ता में है। धीरे-धीरे भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत की तरफ बढ़ रही है, मगर इसमें सबसे ज्यादा अड़चन...
जालंधर (रविंदर): कर्नाटक के बाद अब पंजाब ही इकलौता ऐसा बड़ा प्रदेश है, जहां पर कांग्रेस सत्ता में है। इसके अलावा पुड्डुचेरी व मिजोरम ऐसे छोटे प्रदेश हैं, जहां कांग्रेस सत्ता में है। धीरे-धीरे भाजपा कांग्रेस मुक्त भारत की तरफ बढ़ रही है, मगर इसमें सबसे ज्यादा अड़चन पंजाब के भाजपा नेता हैं। कहा जा रहा है कि कर्नाटक जीतने के बाद अब भाजपा का अगला टार्गेट पंजाब ही है।
2022 विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा हाईकमान अभी से प्रदेश में तैयारी शुरू कर सकता है। इसके लिए जहां नई पौध पर विश्वास किया जाएगा, वहीं पुराने चले कारतूसों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में पार्टी का ङ्क्षथक टैंक जल्द ही पंजाब को लेकर अपनी रणनीति बनाना शुरू कर सकता है। बताया जा रहा है कि फिलहाल अकाली दल को अलविदा कहने का भाजपा का कोई इरादा नहीं है। 2019 का लोकसभा चुनाव दोनों पार्टियां मिलकर लड़ सकती हैं।
महाराष्ट्र में शिवसेना से अलगाव की बातें सामने आने के बाद फिलहाल भाजपा अपनी सबसे पुरानी हमसफर पार्टी अकाली दल से अलग नहीं होना चाहेगी, मगर 2022 की गोटियां इस तरह से फिट की जाएंगी कि खुद अकाली दल पंजाब में अपनी राह अलग कर ले। भाजपा का ङ्क्षथक टैंक चाहता है कि 2022 का चुनाव भाजपा अकेले पंजाब में अपने दम पर लड़े और सभी 117 सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े करे।