Edited By Vatika,Updated: 09 Dec, 2025 12:30 PM

रिजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आर.टी.ओ.) के अंतर्गत आते ऑटोमेटेड ड्राइविंग टैस्ट सैंटर
जालंधर(चोपड़ा): रिजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस (आर.टी.ओ.) के अंतर्गत आते ऑटोमेटेड ड्राइविंग टैस्ट सैंटर में पिछले कई दिनों से जारी सर्वर खराबी की समस्या विकराल रूप ले गई, जब शनिवार सुबह लगभग 11 बजे एन.आई.सी. का सर्वर तकनीकी खराबी के चलते पूरी तरह से बंद हो गया। सर्वर के ठप्प होते ही पूरे सैंटर में ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ी सभी सेवाएं पूरी तरह प्रभावित रहीं, जिससे आवेदकों में भारी रोष देखने को मिला।
आज सुबह जब नियमित रूप से ड्राइविंग टैस्ट सैंटर का काम शुरू हुआ और ट्रैक पर ड्राइविंग टैस्ट लिए जाने लगे, तब शुरुआती 7-8 उम्मीदवारों के टैस्ट ही पूरे हो पाए थे कि अचानक सर्वर हैंग होकर बंद पड़ गया। सर्वर बंद होते ही नई एंट्री, डेटा अपलोड, टैस्ट रिजल्ट प्रोसैसिंग सहित सभी प्रक्रियाएं रुक गईं। इस कारण ड्राइविंग लाइसैंस, डुप्लीकेट लाइसैंस, इंटरनैशनल लाइसैंस समेत कोई भी सेवा नहीं दी जा सकी। सर्वर बंद होने के कारण बड़ी संख्या में पहुंचे आवेदक घंटों लंबी कतारों में इंतजार करते रहे। कई लोग सुबह 8 बजे से सैंटर के बाहर लाइन में खड़े थे, जबकि कुछ ग्रामीण इलाकों और दूसरे शहरों से लंबी दूरी तय करके आए थे। परंतु शाम तक सर्वर समस्या का समाधान नहीं हो पाया, जिसके चलते लगभग सभी आवेदकों को खाली हाथ घर वापस लौटना पड़ा।
कतार में खड़े मोहल्ला संतोखपुरा निवासी सोनू शर्मा ने कहा कि मैं आज दूसरी बार लाइसैंस टैस्ट देने आया हूं। हर बार सर्वर डाऊन होने की वजह से वापस जाना पड़ता है। आज भी आधा दिन बर्बाद हो गया। सरकारी सिस्टम की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है। वहीं, मॉडल टाऊन के आवेदक गुरप्रीत सिंह ने रोष व्यक्त करते हुए कहा, “इंटरनैशनल लाइसैंस की जरूरी प्रक्रिया पूरी करने आया था। मेरी फ्लाइट 2 दिन बाद है, पर अब लाइसैंस मिलने में और देरी हो सकती है। सूत्रों के अनुसार पिछले करीब 7-8 दिनों से सर्वर समस्या बार-बार उत्पन्न हो रही थी, लेकिन आज समस्या चरम सीमा पर पहुंच गई। कर्मचारियों ने भी माना कि तकनीकी दिक्कतों की वजह से उन्हें भी काम करने में परेशानी हो रही है और यह स्थिति विभाग की साख को प्रभावित कर रही है। ड्राइविंग लाइसैंस सेवाओं के ठप्प होने से शहर में सैंकड़ों लोगों के कार्य प्रभावित हुए हैं क्योंकि हर दिन ऑटोमेटेड सैंटर से बड़ी संख्या में टैस्ट और लाइसैंस प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं। अंत तक सर्वर चालू न होने की स्थिति में आज का पूरा दिन बर्बाद हो गया और सभी आवेदकों को अगली तारीख का इंतजार करना पड़ेगा।