Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Feb, 2018 03:49 PM
कई साल पहले अपनी कैनेडियन पत्नी को खो चुके पंजाबी नौजवान सुखविन्दर सिंह मिट्ठू की इच्छा है कि पंजाब दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो निजी तौर पर उसके मामले में दख़ल दें जिससे उसकी पत्नी जसविन्दर कौर जस्सी की मौत के ज़िम्मेदार लोगों को...
चंडीगढ़: कई वर्ष पहले अपनी कैनेडियन पत्नी को खो चुके पंजाब के नौजवान सुखविन्दर सिंह मिट्ठू की इच्छा है कि भारत दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो निजी तौर पर उसके मामले में दख़ल दें, जिससे उसकी पत्नी जसविन्दर कौर जस्सी की मौत के ज़िम्मेदार लोगों को भारत के हवाले किया जा सके।
गरीब जाट सिख परिवार से संबंधित हैं सुखविन्दर सिंह
मिट्ठू ने कहा कि मुझे आशा है कि उदारवादी नीतियों और मानवीय अधिकारों के साथ प्यार करने वाले जस्टिन ट्रूडो उसे इंसाफ ज़रूर दिलाएंगे। जानकारी मुताबिक काऊंके गांव का रहने वाला सुखविन्दर सिंह मिट्ठू एक गरीब जाट सिख परिवार से संबंधित है। वह साल 1994 में उस समय जसविन्दर कौर जस्सी के प्यार में पड़ गया, जब वह कनाडा से भारत आई थी। जस्सी ब्रिटिश कोलम्बिया के करोड़पति बाप की बेटी थी। मई, 1999 में वह वापस भारत आई और गुप्त तौर पर मिट्ठू के साथ विवाह कर लिया। इसके अगले साल मिट्ठू पर जस्सी को अगवा करने और ज़बरदस्ती विवाह करने के लिए मामला दर्ज किया गया लेकिन जस्सी की तरफ से उसके पक्ष में गवाही देने के बाद फिर दोनों ख़ुशी -ख़ुशी रहने लग पड़े।
हमले में हुर्इ थी जस्सी की मौत
उसी साल जून के महीने में जस्सी की मां मलकीत कौर और मामा सुरजीत सिंह बदेशा ने कांट्रेक्ट किलर हायर किया और दोनों पर संगरूर में हमला करवा दिया, जिस दौरान जस्सी की मौत हो गई। साल 2005 में पहली बार पंजाब पुलिस ने दोनों आरोपियों को पकड़ने लिए कनाडा के साथ संपर्क किया लेकिन इतना कुछ होने के बावजूद भी मिट्ठू को इंसाफ नहीं मिला। मिट्ठू ने अभी तक दोबारा शादी नहीं की जबकि साल 2004 में उसे बलात्कार सहित 5 मामलों में कथित तौर पर फसा दिया गया। मिट्ठू का कहना है कि वह पिछले कई सालों से इंसाफ के लिए भटक रहा है और उसे समझ नहीं आ रहा कि कनाडा की सरकार उसकी पत्नी के कातिलों को क्यों बचा रही है। उसने अब जस्टिन ट्रूडो से गुहार लगाई है कि वह इस मामले में दख़ल दें जिससे आरोपियों को सजा मिल सके।