Edited By swetha,Updated: 15 May, 2019 09:28 AM
बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह को अपमानजनक ढंग से धमकियां देने का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब सरकार ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर करने की तैयारी कर ली है।
चंडीगढ़(अश्विनी): बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा आई.जी. कुंवर विजय प्रताप सिंह को अपमानजनक ढंग से धमकियां देने का गंभीर नोटिस लेते हुए पंजाब सरकार ने उनके खिलाफ मानहानि का केस दायर करने की तैयारी कर ली है। एडवोकेट जनरल अतुल नंदा ने बताया कि यह केस मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह की हिदायतों पर दायर किया जा रहा है, जिन्होंने राज्य सरकार के कानूनी विशेषज्ञों की टीम को अदालत के पास इस मामले की पैरवी करने के लिए कहा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि अकालियों या किसी अन्य द्वारा उनके अफसरों को आंखें दिखाने या धमकियां देने को वह कदापि सहन नहीं करेंगे। अकालियों की यह पुरानी आदत है कि जो भी इनके विरूद्ध जाने की कोशिश करता है तो यह उनको धमकाने पर तत्पर हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि अकालियों ने पहले भी बेअदबी के मामलों की जांच के लिए बनाए आयोग के प्रमुख जस्टिस रणजीत सिंह के विरूद्ध अपमानजनक भाषा इस्तेमाल की थी।
कै. अमरेन्द्र ने कहा कि एक इंटरव्यू में (एक वीडियो जो वायरल हुई है) मजीठिया द्वारा कुंवर विजय प्रताप सिंह के विरूद्ध गलत शब्दावली का प्रयोग करना और धमकियां देना यह सिद्ध करता है कि अकाली नेता इस से पूरी तरह बौखलाहट में हैं कि आई.जी. फिर एस.आई.टी. में लौटने वाला है और बरगाड़ी व बहबलकलां मामलों में इनके खिलाफ जांच फिर शुरू होनी है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि आई.जी. अपनी जांच पूरी करेंगे और हम यह यकीनी बनाएंगे कि उनकी जांच को कानूनी प्रक्रिया द्वारा निष्कर्ष पर ले जाया जाए ताकि दोषियों को कटघरे में खड़ा किया जा सके।