Edited By Vaneet,Updated: 08 May, 2018 09:53 PM
विवाद का विषय बनी बारहवीं कक्षा की इतिहास की किताब पर आखिर पंजाब सरकार ने रोक ...
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने 12वीं की इतिहास की किताब के जारी होने पर तब तक के लिए रोक लगा दी है जब तक नई गठित निगरानी समिति इस किताब की जांच-पड़ताल करके इसके जारी होने की मंजूरी नहीं दे देती है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा प्रमुख इतिहासकार प्रोफेसर कृपाल सिंह की अगुवाई में छह-सदस्यीय निगरानी समिति गठित करने के फैसले के बाद यह महसूस किया गया कि समिति के लिए यह अच्छा रहेगा कि वह किताब के आगे जारी होने से पहले वह इसकी समीक्षा कर लें।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने निर्देश दिया है कि सरकार इस काम को जल्द से जल्द कराने के लिए समिति की मदद करे। इस समिति में गुरू नानक देव विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर जे एस ग्रेवाल, जीएनडीयू के प्रो-वाइस चांसलर प्रोफेसर प्रीथीपाल सिंह कपूर भी हैं। यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब शिरोमणि अकाली दल यह आरोप लगा रहा है कि 12 वीं कक्षा के पाठ्यक्रम से सिख और पंजाब के इतिहास का बड़ा हिस्सा हटा दिया गया है।