Edited By Updated: 28 Feb, 2017 04:34 PM
खेती को बढ़ावा देने के लिए अॉस्ट्रेलिया सरकार ने विदेशी किसानों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। अॉस्ट्रेलिया फॉरेन इनवेस्टमैंट रिव्यू बोर्ड,विदेशी किसानों के लिए नियमों में ढील दे रहा है।
जालंधरः खेती को बढ़ावा देने के लिए अॉस्ट्रेलिया सरकार ने विदेशी किसानों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। अॉस्ट्रेलिया फॉरेन इनवेस्टमैंट रिव्यू बोर्ड,विदेशी किसानों के लिए नियमों में ढील दे रहा है। इससे पंजाब के किसान अाकर्षित होकर वहां का रुख करने लगे हैं। हर साल पंजाब के करीब 10 हजार लोग वहां का रुख कर रहे हैं। इसमें अधिक संख्या एेसे ग्रामीण युवकों की है,जिनका काम-धंधा खेतीबाड़ी का है।
उल्लेखनीय है कि क्षेत्रफल के हिसाब से अॉस्ट्रेलिया,भारत से तीन गुना बड़ा है लेकिन उसकी अाबादी महज 2.2 करोड़ है। यह पंजाब की अाबादी से भी कम है। अॉस्टेलिया में लगभग 80 फीसदी खेती योग्य भूमि बेकार पड़ी है। अार्थिक तरक्की को लेकर अॉस्ट्रेलियाई सरकार चाहती है कि बाहर से लोग वहां अाएं,जमीनें खरीद कर उसे उपजाऊ बनाते हुए खेतीबाड़ी का कारोबार करें। अपने महत्वाकांक्षी मिशन को अागे बढ़ाते हुए अॉस्ट्रेलियाई सरकार ने विदेशी किसानों के लिए अपने कानून में भी सुविधाएं देनी शुरु कर दी है। सरकार के अधीन काम करने वाले फॉरेन इनवैस्टमैंट रिव्यू बोर्ड ने तो एेसे लोगों को छूट भी देनी शुरू कर दी है,जो 50 लाख अॉस्ट्रेलियन डॉलर के नीचे की कीमत वाली जमीन खेतीबाड़ी के लिए खरीदना चाहते हैं। नए नियमों मुताबिक ,अगर कोई किसान 50 लाख अॉस्ट्रेलियन डॉलर से नीचे की जमीन खरीदता है,तो उसे सरकार से परमिशन लेने की जरूरत नहीं होगी। अॉस्ट्रेलियाई सरकार बाकायदा विदेशी किसानों को खेती की जमीनों की रजिस्ट्री भी कर रही है।