Edited By Vatika,Updated: 30 Dec, 2018 09:03 AM
बिजली उपभोक्ताओं के लिए बुरी खबर है क्योंकि बिजली के दाम फिर से बढ़ाने की तैयारी कर ली गई है, पावर निगम ने रैगुलेटरी कमिशन से बिजली की दरें 14 प्रतिशत तक बढ़ाने की मंजूरी मांगी है।
जालंधर(पुनीत): बिजली उपभोक्ताओं के लिए बुरी खबर है क्योंकि बिजली के दाम फिर से बढ़ाने की तैयारी कर ली गई है, पावर निगम ने रैगुलेटरी कमिशन से बिजली की दरें 14 प्रतिशत तक बढ़ाने की मंजूरी मांगी है।
पावर निगम पर 25,500 करोड़ का कर्ज
पड़ोसी राज्य हरियाणा और हिमाचल में पंजाब के मुकाबले सस्ती बिजली है जिसके चलते पंजाब के उपभोक्ता खुद को ठगा-सा महसूस करते हैं। पावर निगम ने बिजली की दरों में बढ़ौतरी करने के लिए राजस्व घाटे को कारण बताया है। पावर निगम पर 25,500 करोड़ का कर्ज है जिस पर विभाग ब्याज अदा कर रहा है जबकि पावर निगम ने सरकार से 4200 करोड़ रुपए सबसिडी के रूप में लेने हैं जोकि लंबे अर्से से मिल नहीं पा रहे हैं।
सबसिडी अदा न करने पर सुखबीर बादल ने कांग्रेस पर साधा निशाना
सबसिडी न मिलने के चलते सरकार को विपक्ष की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। बीते रोज शिअद अध्यक्ष सुखबीर बादल ने सबसिडी अदा न करने पर कांग्रेस सरकार को निशाना बनाया। बिजली की दरें बढऩे से आम पब्लिक पर सबसे अधिक मार पड़ेगी क्योंकि रूटीन में इस्तेमाल होने वाली चीजों के दाम बढ़ेंगे। गलत नीतियों के चलते पावर निगम महंगी बिजली खरीद कर सस्ती दरों पर बेचने को मजबूर है, जिससे विभाग को राजस्व घाटा होता है जबकि सरकार खुद के प्लांटों से बिजली का उत्पादन करे तो सस्ती दर पर बिजली पैदा हो सकती है। इस संबंध में लोगों से बात की गई तो उन्होंने इसे जनविरोधी करार दिया।