Edited By Updated: 15 Dec, 2016 10:27 AM
जलालाबाद से उप-मुख्यमंत्री व मजीठा से बिक्रम मजीठिया को चैलेंज देने वाली आम आदमी पार्टी पंजाब कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के
पटियाला (राजेश) : जलालाबाद से उप-मुख्यमंत्री व मजीठा से बिक्रम मजीठिया को चैलेंज देने वाली आम आदमी पार्टी पंजाब कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के गृह जिला पटियाला में बिखरती दिखाई दे रही है। जिले की कई विधानसभा सीटों पर ‘आप’ को बगावत का सामना करना पड़ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण जिले की ज्यादातर सीटों पर कांग्रेस व अकाली दल से आए उम्मीदवारों व कुछ बाहरी लोगों को टिकट देना है। पार्टी ने हलका समाना से 1997 में अकाली दल से विधायक रहने के बाद कांग्रेस में शामिल हो चुके जगतार सिंह राजला को टिकट दिया है। इसी तरह सनौर से अकाली राजनीति के बाबा बोहड़ पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा की बेटी कुलदीप कौर टोहड़ा को टिकट दिया गया है। कुलदीप कौर ने वर्ष 2012 का चुनाव पटियाला देहाती हलके से लड़ा था परंतु इस दफा पार्टी ने उनकी टिकट काट दी है जिसके कारण वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई थीं।
इसी तरह हलका राजपुरा से भी आम आदमी पार्टी ने पुराने वालंटियरों को नजरअंदाज करके कांग्रेसी परिवार से संबंधित आशुतोष जोशी को उम्मीदवार बनाया है। घनौर से पूर्व कांग्रेसी मंत्री स्व. जसजीत सिंह रंधावा की पुत्री अनु रंधावा पर पार्टी ने दाव खेला है। नाभा रिजर्व हलके से भी पार्टी के वालंटियरों की बजाय एन.आर.आई. देव सिंह मान को टिकट दी गई है। इन पांचों हलकों मे पार्टी को अपने ही वालंटियरों से चुनौती मिल रही है। सनौर में गुरबंस सिंह पूनिया समेत अन्य कई नेता बगावत का झंडा उठा चुके हैं। राजपुरा हलके में टिकट की दावेदार नीना मित्तल, गुरप्रीत धमौली, अशोक अरोड़ा, दीपक सूद के अलावा पार्टी के वालंटियरों मनीश कुमार बत्रा प्रधान व्यापार मंडल राजपुरा, नरदेव सिंह नडियाली सर्कल इंचार्ज, साधा सिंह रंगियां हलका इंचार्ज किसान विंग, परवेश भटेजा सर्कल इंचार्ज, अनीता रानी सैक्टर इंचार्ज, बलविन्द्र कौर हलका इंचार्ज महिला विंग घनौर ने राजपुरा समेत अन्य हलकों में पार्टी को खड़ा करने वाले वालंटियरों को नजरअंदाज करने के खिलाफ संघर्ष शुरू किया हुआ है।
ये तमाम नेता आम आदमी पार्टी की लीडरशिप पर टिकटें बेचने समेत अन्य कई संगीन आरोप लगा चुके हैं। हलका समाना के वालंटियरों का कहना है कि जगतार सिंह राजला पहले अकाली थे फिर कांग्रेसी बने और अब आम आदमी पार्टी ने उन्हें अपना टिकट दे दिया है जबकि जिन वालंटियरों ने अन्ना हजारे आंदोलन से लेकर अब तक पार्टी को खड़ा किया उन्हें नजरअंदाज किया गया है। नाभा के वालंटियर भी एक एन.आर.आई. पर हलके से बाहरी होने का आरोप लगा कर विरोध कर रहे हैं। कुल मिला कर जिला पटियाला में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवारों को ज्यादातर सीटों पर बगावत का सामना करना पड़ रहा है।