Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Nov, 2017 08:49 AM
विधानसभा सत्र से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में गन्ना उत्पादकों को राहत देते हुए स्टेट एगरिड प्राइस (एस.ए. पी.) में 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ौतरी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी
चंडीगढ़ (भुल्लर): विधानसभा सत्र से पहले सोमवार को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में गन्ना उत्पादकों को राहत देते हुए स्टेट एगरिड प्राइस (एस.ए. पी.) में 10 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ौतरी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है। पड़ोसी राज्य हरियाणा द्वारा गन्ने का मूल्य बढ़ाकर 330 रुपए करने के बाद पंजाब में भी गन्ने का मूल्य बढ़ाने की किसान संगठनों द्वारा लगातार मांग उठ रही थी, जबकि चीनी मिलों के प्रबंधक गन्ने का मूल्य बढ़ाने का विरोध कर रहे थे। विधानसभा सत्र में विपक्ष द्वारा इस मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरे जाने की बनाई गई रणनीति के तहत ही राज्य सरकार को मूल्य बढ़ाने का फैसला लेना पड़ा। मंत्रिमंडल की बैठक में कुछ अन्य फैसलों के अलावा विधानसभा सत्र में पेश किए जाने वाले बिलों को भी मंजूरी दी गई है। धान की खरीद का भी लिया जायजा मंत्रिमंडल की बैठक में मौजूदा सीजन दौरान धान की खरीद की प्रगति का जायजा लिया गया जोकि 1 अक्तूबर को शुरू हुई थी और 15 दिसम्बर को खत्म होगी।
अब यह होगा गन्ने की अलग-अलग किस्मों का मूल्य
मंत्रिमंडल ने गन्ने की अग्रिम किस्म के लिए एस.ए.पी. 300 रुपए प्रति किं्वटल से बढ़ाकर 310 रुपए प्रति क्विंटल, मध्यम किस्म के लिए 290 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए और पछेती किस्म के लिए यह भाव 285 रुपए प्रति किं्वटल से बढ़ाकर 295 रुपए प्रति क्विंटल करने का फैसला किया है। यह बढ़ौतरी उत्तर प्रदेश और हरियाणा की तर्ज पर की गई है जिसके साथ सरकारी खजाने पर अनुमानित 20 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पडऩे की संभावना है। पिड़ाई के मौजूदा सीजन दौरान 9 सहकारी और 7 निजी सैक्टरों की चीनी मिलों सहित कुल 16 मिलों में 675 लाख क्विंटल गन्ना पहुंचने की संभावना है। वित्त मंत्री मनप्रीत बादल के नेतृत्व में गठित की गई कैबिनेट सब कमेटी की सिफारिश पर गन्ने का मूल्य बढ़ाया गया है।