Edited By Vatika,Updated: 28 Aug, 2018 08:55 AM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पंजाब विधानसभा ने सिखों की पहली पातशाही गुरु नानक देव जी के 550वें जन्म दिवस के समागमों के मौके पर करतारपुर साहिब का गलियारा खुलवाने के लिए प्रस्ताव पारित किया है। प्रस्ताव में पाकिस्तान के समक्ष यह...
चंडीगढ़ (रमनजीत): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह के नेतृत्व में पंजाब विधानसभा ने सिखों की पहली पातशाही गुरु नानक देव जी के 550वें जन्म दिवस के समागमों के मौके पर करतारपुर साहिब का गलियारा खुलवाने के लिए प्रस्ताव पारित किया है। प्रस्ताव में पाकिस्तान के समक्ष यह मामला उठाने के लिए केंद्र सरकार से आग्रह किया गया है। यह प्रस्ताव विधानसभा में आम सहमति से पारित हुआ।
विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए इस प्रस्ताव पर सदन में उपस्थित विधायकों ने इस बात पर सहमति जताई कि यह गलियारा खुलने से भारत के लाखों श्रद्धालु ऐतिहासिक गुरुद्वारा साहिब के दर्शन करने में समर्थ हो जाएंगे। श्री करतारपुर साहिब में पहले गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के आखिरी वर्ष बिताए थे।
श्री करतारपुर साहिब भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा के दूसरी तरफ पाकिस्तान में स्थित है। अंतर्राष्ट्रीय सीमा से दूरी महज अढ़ाई-तीन किलोमीटर होने की वजह से यह पंजाब के जिला गुरदासपुर के कस्बा डेरा बाबा नानक से स्पष्ट तौर पर दिखाई पड़ता है। यह प्रस्ताव पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि उन्होंने पहले ही यह मामला केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष एक पत्र द्वारा उठाया है और उनको पाकिस्तान सरकार में समकक्ष के पास यह मुद्दा उठाने का आग्रह किया है।