Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Sep, 2017 03:12 PM
नगर में ईंटों का गैर-कानूनी कारोबार कर रहे सक्रिय माफिया द्वारा सताए भट्ठा व्यापारी लोकल स्तर पर अधिकारियों द्वारा अपनी सुनवाई न होने
लुधियाना (खुराना): नगर में ईंटों का गैर-कानूनी कारोबार कर रहे सक्रिय माफिया द्वारा सताए भट्ठा व्यापारी लोकल स्तर पर अधिकारियों द्वारा अपनी सुनवाई न होने के कारण अब हाईकोर्ट की शरण में जा पहुंचे हैं ताकि किसी तरह से वे अपने बाप-दादा द्वारा शुरू किए गए पुश्तैनी कारोबार को बर्बादी के मंजर पर पहुंचने से बचाकर अपने बच्चों के भविष्य को महफूज रख सकें। जिले भर में ईंट-भट्ठा मालिकों द्वारा अपने रोजगार को सुरक्षित रखने संबंधी खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कंट्रोलर्स को सौंपे गए शिकायत पत्र में गुहार लगाई गई है, जिसमें कारोबारियों द्वारा साफ लफ्जों में जिक्र किया गया है कि नगर में सक्रिय सैंकड़ों दलालों द्वारा लुधियाना में सरहदी जिलों व पड़ोसी राज्यों द्वारा मंगवाई गई ईंटों की बड़े पैमाने पर नाजायज सप्लाई की जा रही है, जिसके चलते अधिकतर ईंट-भट्ठा मालिक भारी मंदी के दौर से गुजर रहे हैं।
गली-मोहल्लों में हो रहा ईंटों का अवैध कारोबार
कारोबारियों के मुताबिक असल में प्रत्येक गली-मोहल्ले में विभागीय कर्मियों व अधिकारियों की ठीक नाक तले ईंटों का अवैध कारोबार खुलेआम हो रहा है, जिस कारण बड़े पैमाने पर भट्ठा कारोबार में सेंधमारी हो रही है। ऐसे सभी नाजायज कारोबारियों पर एक्ट-1988 की धारा-3 के अंतर्गत 7 ई.सी. के मुताबिक मामला दर्ज करने का प्रावधान है लेकिन खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने जानबूझकर आंखें मूंद रखी हैं। कारोबारियों ने विभाग के एक कंट्रोलर पर खुलकर आरोप लगाए हैं कि वह ईंटों का काला कारोबार कर रहे माफिया को संरक्षण करके सरकार की गोद में बैठकर ही सरकारी रैवेन्यू की बुनियाद को खोखला कर रहा है।
अंडर साइज व 2 नंबर की ईंटें हो सकती हैं घातक
माहिरों के मुताबिक दलालों द्वारा पैसे के लालच में शहरभर में अंडर साइज की कच्ची ईंटें ही अनजान लोगों को मकान बनाने के लिए बेची जा रही हैं, जिसके कारण जहां आम जनता को जानकारी के अभाव के चलते असल में गैरकानूनी ईंटें महंगी कीमत पर खरीदनी पड़ रही हैं, वहीं ईंट कच्ची होने के कारण बनाए गए मकान की दीवारों में मजबूती नहीं रहती।
कानून के मुताबिक अवैध ईंटें की जा सकती हैं जब्त
खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के विश्वसनीय कर्मचारी बता रहे हैं कि गली-मोहल्लों में बिकने वाली अवैध ईंटों को विभागीय अधिकारी छापेमारी करके जब्त कर सकते हैं, जिससे अवैध कारोबारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ ही चालान भी किया जा सकता है लेकिन जब उनसे पूछा गया कि मौजूदा समय तक ऐसे कितने अवैध कारोबारियों के खिलाफ विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है तो इस बात का उनके पास कोई उचित जवाब नहीं था।
भट्ठा मालिक ही कर सकते हैं ईंटों की बिक्री
अब अगर बात की जाए ईंटों की सही (कानूनी) बिक्री करने संबंधी कारोबार की तो नियमों के मुताबिक इसकी बिक्री ईंट तैयार करने वाले भट्ठा मालिकों द्वारा ही की जा सकती है, जबकि इसके लिए उन्हें भी विभाग द्वारा लाइसैंस लेना अनिवार्य होता है। इसके लिए बाकायदा कारोबारियों द्वारा सेल प्वाइंट बनाना होता है लेकिन उक्त सभी नियमों और कानून को ताक पर रखकर शहरभर में धड़ल्ले से ईंटों का अवैध कारोबार दिन-प्रतिदिन फलता-फूलता जा रहा है।