Edited By Vaneet,Updated: 02 Jan, 2019 01:01 PM
पंजाबी यूनिवर्सिटी की गोल मार्कीट में स्थित बैंक के ऊपरी बिल्डिंग में मल्टीफैसीलिटी कैंटीन-कम-रैस्टोरैंट बनाए जाने की योजना अधर में लटक गई है। स्टूडैंट्स की मांग और सुविधा को...
पटियाला(प्रतिभा): पंजाबी यूनिवर्सिटी की गोल मार्कीट में स्थित बैंक के ऊपरी बिल्डिंग में मल्टीफैसीलिटी कैंटीन-कम-रैस्टोरैंट बनाए जाने की योजना अधर में लटक गई है। स्टूडैंट्स की मांग और सुविधा को देखते हुए इस प्रोजैक्ट को अमलीजामा पहनाया जाना था, पर अब ये प्रोजैक्ट रूक गया है। मार्कीट के दुकानदारों द्वारा कोर्ट में केस करने की वजह से एक बेहतर योजना फिलहाल पूरी नहीं हो पा रही है। ऐसे में अब कैंटीन-कम-रैस्टोरैंट कब बनेगा, इसे लेकर कुछ नहीं कहा जा सकता है। स्टूडैंट्स को एक ही छत के नीचे सभी तरह के खाने की सुविधा दिए जाने के लिए ये प्रोजैक्ट तैयार किया गया था, क्योंकि कैंपस में किसी कैंटीन में सिर्फ खाना मिलता है तो किसी में फास्ट फूड आदि मिलते हैं। वहीं बैठने की भी बहुत ज्यादा और अच्छी सुविधा भी नहीं है। इसी वजह से ये प्रोजैक्ट तैयार किया जा रहा था।
किराया बढ़ाने के खिलाफ किया गया केस
गौरतलब है कि गोल मार्कीट में स्थित दुकानों और कैंटीनों का किराया एक लंबे समय से नहीं बढ़ाया गया। न ही कभी इनकी नीलामी हुई है। इसे देखते हुए यूनिवॢसटी के ऑफिशिएटिंग वाइस चांसलर रहे अनुराग वर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान इन दुकानों की नीलामी करवाए जाने का निर्देश दिया था। हालांकि उस निर्देश का पालन नहीं हो सका क्योंकि यूनिवॢसटी के संबंधित अधिकारियों ने सुझाव दिया कि नीलामी करने की बजाए इन दुकानों के किराए में 5 फीसदी इजाफा किया जाए। लेकिन दुकानदारों को ये भी मंजूर नहीं हुआ और इस फैसले के खिलाफ दुकानदारों ने कोर्ट का दरवाजा खटका दिया और अब ये मामला कोर्ट में है।
कैंपस में सबसे अहम प्वाइंट है गोल मार्कीट
यूनिवॢसटी कैंपस का सबसे अहम प्वाइंट गोल मार्कीट है। यहां ब्रैकफास्ट, लंच और डिनर करने के लिए 2 कैंटीनें हैं और इसके अलावा किताबों, स्टेशनरी, कैमिस्ट, जूस, कपड़े आदि की दुकानें हैं। यहां स्टूडैंट्स की सबसे ज्यादा भीड़ रहती है और क्योंकि ये सैंटर प्वाइंट होने की वजह से कई विभागों के नजदीक भी पड़ता है। इसलिए यहां पर कैंटीन-कम-रैस्टोरैंट बनाए जाने का प्रपोजल बनाया था, जिसे मंजूर भी कर दिया गया और जल्द ही ये बनने भी जा रहा था। क्योंकि बैंक के ऊपरी बिल्डिंग में काफी जगह थी, इसलिए यहां पर आसानी से एक रैस्टोरैंट बन जाना था। पर अब कोर्ट केस के चलते इस प्रोजैक्ट को भी रोक दिया गया है।