Edited By Subhash Kapoor,Updated: 11 Oct, 2021 08:50 PM
पी.एस.पी.सी.एल. के सी.एम.डी. ए. वेणू प्रसाद ने बताया कि पंजाब में कोयले की भारी कमी अभी भी जारी है, क्योंकि पिछले कल रोजमर्रा की ज़रूरत के हिसाब से 22 रैक के मुकाबले सिर्फ 12 कोयले के रैक प्राप्त हुए थे।
पटियाला : पी.एस.पी.सी.एल. के सी.एम.डी. ए. वेणू प्रसाद ने बताया कि पंजाब में कोयले की भारी कमी अभी भी जारी है, क्योंकि पिछले कल रोजमर्रा की ज़रूरत के हिसाब से 22 रैक के मुकाबले सिर्फ 12 कोयले के रैक प्राप्त हुए थे। सी.एम.डी. ने कहा कि इस समय राज्य के सभी प्राइवेट कोयला आधारित प्लांटों में कोयले का भंडार 2 दिनों से कम है जबकि सरकारी प्लांटों के पास 4 दिनों से कम कोयले का स्टाक है। राज्य में
कोयला आधारित प्लांट अभी भी 50% सामर्थ्य के साथ काम कर रहे हैं।
श्री ए. वेणू प्रसाद ने खुलासा किया कि पी.एस.पी.सी.एल. ख़ास कर कृषि क्षेत्र में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए बाजार से बहुत ज्यादा बिजली खरीद रहा है। उन्होंने कहा कि पी.एस.पी.सी.एल. ने कल पंजाब राज्य की 8885 मैगावाट बिजली की अधिक से अधिक मांग पूरी की है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि आज लगभग 1500 मैगावाट बिजली शक्ति एक्सचेंज से 14.46 रुपए प्रति यूनिट के साथ खरीदी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि 10 अक्तूबर को कृषि क्षेत्र को बिजली सप्लाई में बहुत सुधार हुआ, जिसमें लगभग छह घंटे की सप्लाई दी गई थी।
सी.एम.डी. ने उम्मीद जताई कि अगले 1-2 दिनों के अंदर बिजली की उपलब्धता में सुधार होने की संभावना है, क्योंकि राज्य के क्षेत्र और और बाहरी स्रोतों से लगभग 400 मैगावाट फालतू बिजली की मात्रा प्राप्त होने की उम्मीद है। रोपड़ का एक और यूनिट भी कल से बिजली पैदा करना शुरू कर देगा। इसके इलावा आनंदपुर साहब हाइडल प्रोजैक्ट से 50 मैगावाट की पैदावार भी आज शुरू हो गई है जो जल्दी ही 100 मैगावाट हो जाएगी।
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