Edited By Vatika,Updated: 14 Dec, 2020 04:44 PM
रामां मंडी के गांव बंगी निहाल में एक अलग तरह का नजारा देखने को मिला जो कि हर एक के आकर्षण का केंद्र बना।
रामां मंडी (परमजीत): रामां मंडी के गांव बंगी निहाल में एक अलग तरह का नजारा देखने को मिला जो कि हर एक के आकर्षण का केंद्र बना।एक तरफ जहां दे पंजाब ही नहीं बल्कि देशभर मेेें केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के लेकर रोष लहर व्याप्त है और पंजाब, हरियाणा व राजस्थान सहित दिल्ली बाडर्र पर किसान केंद्र सरकार के विरुद्ध रोष प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं हर आयु वर्ग के लोग भी किसानों के समर्थन में उतर आए हैं और दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं।
इसी मध्य रामां मंडी के गांव बंगी निहाल निवासी सुखमंदर सिंह बुट्टर के पुत्र लभप्रीत सिंह बुट्टर ने अपने विवाह के अवसर पर दुल्हन को ब्याहने के लिए जाने दौरान यानी कि अपनी बारात के दौरान कृषि कानूनों के खिलाफ केंद्र के साथ चल रही लड़ाई में किसानों को के हक में एक नई तरह की मिसाल पेश की। दूल्हें लभप्रीत सिंह बुट्टर ने अपने घर से अपनी बारात रवाना होने के दौरान फूलों से सजी कार जिस में दुल्हन को ब्याह कर अपने घर लाना था यानी कि डोली की कार पर किसान यूनियन का झंडा लगाया।
चाहे बुट्टर परिवार दिल्ली से दूर बैठा है परंतु फिर भी उनके मन में किसानों व किसानी के लिए कितना मोह व दर्द है साफ दिखा। दूल्हे लभप्रीत ने कहा कि चाहे विवाह के कारण किसान के आंदोलन में शामिल नहीं हो सका परंतु उसके मन को बहुत ही खुशी व संतुष्टि मिली जब डोली वाली कार पर किसानी झंडा लगाया। इतना ही नहीं सभी गांव वासियों, दोस्तों व रिश्तेदारों ने लभप्रीत सिंह और उसके पिता के इस कदम को सराहा। बता दें कि दूल्हा खुद खेती करता है और दूल्हे के पिता सुखमंदर सिंह बुट्टर कृषि विभाग में सेवा निभा रहे हैं।
बारातियों ने कहा- विवाह की समाप्ति के बाद सभी जाएंगे दिल्ली बॉर्डर पर
वहीं विवाह में शामिल बाराती भी कहां पिछे रहने वाले थे। बारातियों ने कहा कि वह सभी विवाह की समाप्ति के बाद कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर किसानों द्वारा दिए दा रहे धरने में शामिल होंगे ताकि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा के पास किए गए किसान व लोक विरोधी कृषि कानूनों को रद्द करवाया जा सके।