Edited By Vatika,Updated: 14 Aug, 2018 08:32 AM
पंजाब की कैप्टन सरकार द्वारा चुनावों से पूर्व पंजाब के व्यापारियों से किए गए वायदों पर खरा न उतरने का आरोप लगाकर पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया है।
लुधियाना (सेठी): पंजाब की कैप्टन सरकार द्वारा चुनावों से पूर्व पंजाब के व्यापारियों से किए गए वायदों पर खरा न उतरने का आरोप लगाकर पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया है।
इसके तहत पंजाब भर में 16 अगस्त को मांगों संबंधी डी.ई.टी.सी. व डिप्टी कमिश्नरों को ज्ञापन सौंपे जाएंगे। मंडल के प्यारे लाल सेठ, सुनील मेहरा, समीर जैन, मोहिंदर अग्रवाल, एल.आर. सोढी, अरविंदर मक्कड़, पवन लहर, सतीश महाजन, रमेश शर्मा पहलवान स्वीट ने कहा कि उन्होंने अपनी मांगों को पूरा करने का सरकार को 15 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया था जो समय अब खत्म हो गया है। इसलिए 16 अगस्त को डी.ई.टी.सी. को पंजाबभर में ज्ञापन सौंपे जाएंगे।
उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार आने से पहले शिअद-भाजपा सरकार के कार्यकाल में 22 हजार करीब छोटी इंडस्ट्री बंद हो गई थी व पिछली सरकार की नाकामी के चलते 65 हजार व्यापारियों ने तंग आकर अपने वैट नंबर सरैंडर कर दिए थे। इसके बाद इस मामले को चुनावी मुद्दा बनाकर कांग्रेस ने व्यापारियों को कई सपने दिखाकर वोट बटोर लिए लेकिन रा’य सरकार के गठन के बाद से इस दिशा में व्यापारियों को कोई राहत नहीं दी गई।
2 सालों से रुका है 800 करोड़ का वैट रिफंड
सुनील मेहरा ने कहा कि कैप्टन सरकार ने गठन से पहले वायदा किया था कि पंजाब में व्यापार को प्रफुल्लित करने के लिए ट्रेड बोर्ड बनाए जाएंगे। भ्रष्टाचार मुक्त सरकार बनाई जाएगी, बेरोजगारी भत्ता देंगे व पंजाब में एक करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा। लेकिन इनमें से एक भी वायदा पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 800 करोड़ रुपए का रिफंड 2 सालों से पड़ा है जिसे सरकार वापस नहीं कर रही।