Edited By Updated: 17 Dec, 2016 08:57 AM
8 नवम्बर से शुरू हुई नोटबंदी के कारण अभी तक आम लोगों व व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पठानकोट : 8 नवम्बर से शुरू हुई नोटबंदी के कारण अभी तक आम लोगों व व्यापारियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। नोटबंदी को लेकर आज व्यापारी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे। व्यापार मंडल की ओर से प्रधान भारत महाजन की अध्यक्षता में मुख्य डाकखाना चौक में रोष प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर प्रधान भारत महाजन व पंजाब सचिव सुनील महाजन ने कहा कि पहले ही व्यापारी वर्ग सरकार की गलत नीतियों के कारण परेशानियां झेल रहा है और अब नोटबंदी के बाद से वह बुरी तरह प्रभावित हो चुका है। हर वर्ग अपना कारोबार छोड़कर बैंकों के बाहर लाइनों में लगा हुआ है परन्तु इतने दिनों बाद भी उक्त समस्या जस की तस बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर या हिमाचल में नोटबंदी के बाद बैंकों से मिलने वाले कैश में कोई परेशानी नहीं आ रही है जबकि जिला पठानकोट में लोगों को अपने ही पैसे के लिए परेशान होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन पर अपना फैसला तो सुना दिया परन्तु उस फैसले के बाद लोगों को जो परेशानी आ रही है उसका हल नहीं निकल रहा है और सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद से व्यापार पूरी तरह खत्म हो चुका है। इससे व्यापारियों को आॢथक समस्या से जूझना पड़ रहा है। अगर आगे भी हालात ऐसे ही रहे तो उनका कारोबार पूरी तरह ठप्प हो जाएगा। उन्होंने कहा कि व्यापारी को लाभ होने पर सरकार टैक्स के नाम पर उससे पैसे वसूलती है लेकिन जब व्यापारी को अपने कारोबार में हानि होती है तब सरकार क्यों कुछ नहीं करती।
इस अवसर पर चेयरमैन राजेश शर्मा, महासचिव अमित नैयर ने कहा कि एक व्यापारी जो टैक्स दे रहा है परन्तु उसके पास मौजूद पैसों को काला धन समझा जा रहा है जोकि ङ्क्षनदनीय बात है। यही नहीं लिमिट बंदी से मध्यम वर्गीय व्यापारी को बैंक से उनकी कैश विड्राल लिमिट जितना कैश नहीं मिल रहा है आखिर सरकार द्वारा विड्राल की लिमिट निर्धारित करने के बावजूद कैश क्यों नहीं मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार कैशलैस पर जोर दे रही है लेकिन डैबिट कार्ड, क्रैडिट कार्ड और पेटीएम, फ्रीचार्ज व अन्य ई-पेमैंट जैसी सुविधाओं पर कैश ट्रांसफर करने के लिए लोगों के अकाऊंट्स से पैसे काटे जा रहे हैं और इन सबका फायदा बैंकों और अन्य कम्पनियों को मिलेगा। इसलिए कार्ड स्वाइप करने पर काटे जाने टैक्स को बंद किया जाना चाहिए। इसके बाद समूह व्यापारियों का शिष्टमंडल एक रैली निकालते हुए डी.सी. कार्यालय पहुंचा। जहां नोटबंदी के बाद पैदा हुए हालातों संबंधी विभिन्न 8 मुद्दों को लेकर एक ज्ञापन डी.सी. को सौंपा गया।