Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Dec, 2017 01:00 PM
शिक्षा विभाग की ओर से बार-बार रिमांडर भेजने व चेतावनी जारी करने के बावजूद यू-डाइस सर्वे का कार्य शुरू न करने वाले लुधियाना के 59 निजी स्कूलों पर कार्रवाई की सिफारिश डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन (डी.जी.एस.ई.) को कर दी गई है। डी.ई.ओ. सैकेंडरी...
लुधियाना(विक्की): शिक्षा विभाग की ओर से बार-बार रिमांडर भेजने व चेतावनी जारी करने के बावजूद यू-डाइस सर्वे का कार्य शुरू न करने वाले लुधियाना के 59 निजी स्कूलों पर कार्रवाई की सिफारिश डायरैक्टर जनरल ऑफ स्कूल एजुकेशन (डी.जी.एस.ई.) को कर दी गई है। डी.ई.ओ. सैकेंडरी स्वर्णजीत कौर एवं डी.ई.ओ. एलीमैंट्री जसप्रीत कौर द्वारा डी.जी.एस.ई. के अलावा पी.एस.ई.बी. के चेयरमैन, आर.टी.ई. पंजाब के नोडल इंचार्ज डी.पी.आई. एलीमैंट्री को भी उक्त स्कूलों के खिलाफ बनती विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है। विभाग की एम.आई.एस. शाखा द्वारा इस संबंधी डी.जी.एस.ई. को भेजी गई पत्र की कॉपी के साथ बाकायदा उक्त 59 डिफाल्टर स्कूलों के नाम भी दिए गए हैं, जिन्होंने अभी तक यू-डाइस प्रक्रिया का काम शुरू तक नहीं किया है। ताज्जुब की बात तो यह है कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा करवाए जाने वाले इस अहम सर्वे में अभी तक केन्द्र सरकार के अधीन चलने वाले एक केन्द्रीय विद्यालय ने भी प्रक्रिया को शुरू तक नहीं किया है।
एक सप्ताह पहले तक 127 थी गिनती
मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा प्रतिवर्ष सर्वशिक्षा अभियान का प्लान तैयार करते समय देशभर के स्कूलों में ब"ाों व अध्यापकों की गिनती के अलावा स्कूल इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित अन्य सुविधाओं की डिटेल यू-डाइस सर्वे के जरिए एकत्रित की जाती है। पंजाब सरकार ने तो इस बार इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए बाकायदा यू-डाइस सर्वे ई-पंजाब वैब पोर्टल पर ऑनलाइन करने की सुविधा भी दी। 27 से 29 नवम्बर तक इस संबंधी जिला स्तरीय ट्रेङ्क्षनग भी दी गई लेकिन 12 दिसम्बर तक 127 निजी स्कूल ऐसे थे, जिन्होंने यू-डाइस फॉर्मैट भरना शुरू भी नहीं किया।
कारण बताओ नोटिस हुए थे जारी
विभाग के पास स्कूलों की डिटेल पहुंचते ही हैरान हुए अधिकारियों ने उक्त स्कूलों की लापरवाही को लेकर जहां नाराजगी जताई, वहीं इन स्कूलों को एक दिन का समय और देते हुए यू-डाइस परफॉर्मा भरने की छूट देने के अलावा अब तक इस प्रक्रिया को शुरू न करने का कारण बताने को कहा था। स्कूलों के नाम भी डी.जी.एस.ई. को भेजे गए थे।
बी.पी.ई.ओज को भी भेजा स्कूलों में
बावजूद इसके 15 दिसम्बर तक 50 स्कूलों ने ही उक्त प्रक्रिया को विभाग की चेतावनी के बाद शुरू किया लेकिन बाद में विभाग की ओर से पैंडिंग 77 स्कूलों का काम मुकम्मल करवाने के लिए बाकायदा ब्लॉक प्राइमरी एजुकेशन अधिकारियों की ड्यूटियां भी लगाई गईं। इनमें से सिर्फ 18 स्कूलों ने ही बी.पी.ई.ओज की सहायता से यू-डाइस सर्वे का काम मुकम्मल किया।
डी.जी.एस.ई. को भेजी पूरी रिपोर्ट
बार-बार जारी की जाने वाली चेतावनियों व हिदायतों का असर न होता देख अब विभागीय अधिकारियों ने पैंडिंग रहते 59 स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इस शाृंखला में बाकायदा डी.जी.एस.ई. को पूरी रिपोर्ट बनाकर भेजने के अलावा इन स्कूलों के खिलाफ बनती कार्रवाई अमल में लाने की सिफारिश की गई है। डी.ई.ओज की ओर से डी.जी.एस.ई. को लिखे गए पत्र में आग्रह किया गया है कि ऐसे कथित लापरवाह स्कूलों के खिलाफ जल्द सख्त कार्रवाई की जाए ताकि सरकार के निर्देशों की उल्लंघना भविष्य में न हो।