Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Sep, 2017 12:33 PM
केन्द्रीय जेल में 10 साल की सजा काट रहे कैदी जंड सिंह की मौत होने पर उसके परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया।
फिरोजपुर (कुमार, मल्होत्रा): केन्द्रीय जेल में 10 साल की सजा काट रहे कैदी जंड सिंह की मौत होने पर उसके परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। कैदी की मौत संबंधी कोर्ट ने मैजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। मृतक की पत्नी अमनदीप कौर का आरोप है कि जेल प्रशासन बीमार कैदी के इलाज के लिए गंभीर नहीं था जिस कारण उसकी मौत हो गई। स्थिति बिगड़ती देख विभिन्न थानों की पुलिस अस्पताल पहुंच गई और सिविल जज किरणदीप सिंह की देखरेख में डॉक्टरों के पैनल द्वारा मृतक का पोस्टमार्टम किया गया।
मासूम बच्चे पोंछ रहे मां के आंसू
सिविल अस्पताल में जंड सिंह का पोस्टमार्टम करवाने पहुंची अमनदीप कौर के आंसू नहीं थम रहे। उसकी 12 वर्षीय बेटी नीरू, 10 वर्षीय बेटा लव और 6 वर्षीय बेटा कुश बार-बार उसके आंसू पोंछ रहे हैं और सिर से बाप का साया उठने पर अपने एकमात्र सहारे मां को दिलासा दे रहे हैं। जंड सिंह का चचेरा भाई सुखदेव सिंह, चाचा करनैल सिंह बार-बार जेल प्रशासन को कोस रहे हैं।
दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार को फंसाया झूठे केसों में
मृतक कैदी की पत्नी अमनदीप कौर ने आरोप लगाए कि पहले पुलिस ने उनके परिवार के साथ धक्केशाही की और अब जेल प्रशासन की लापरवाही की वजह से उसके पति की जान चली गई। उसने बताया कि उनका पूरा परिवार मजदूरी कर अच्छा भला अपना गुजारा कर रहा था। कुछ राजनीतिक लोगों की शह पर उसके पति जंड सिंह व सास शीलो पर पुलिस ने 1200 नशीली गोलियों का केस डाला जिसमें दोनों को कोर्ट द्वारा 10-10 साल की सजा और एक-एक लाख रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। इस केस में करीब 2 वर्ष से उसका पति फिरोजपुर जेल में बंद था और उसकी सास लुधियाना जेल में।
अमनदीप कौर ने आरोप लगाए कि उस पर भी पुलिस द्वारा 400 नशीली गोलियों का केस डाला गया है जिसका कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। जंड सिंह बीमार रहता था और जेल में उसे सही उपचार नहीं मिल रहा था। कई बार वह जेल प्रशासन से जंड सिंह के उचित उपचार की गुहार लगा चुकी है, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
22 सितम्बर को कोर्ट में उसकी पेशी थी तो अमनदीप कौर बच्चों सहित कोर्ट में गई और न्यायाधीश को गुहार लगाई थी कि उसके पति का उचित उपचार करवाया जाए।उधर जेल सुपरिंटैंडैंट अजमेर सिंह राणा का कहना है कि कैदी जंड सिंह लंबे समय से बीमार था। कई बार उसे जेल अस्पताल एवं सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया और डॉक्टरों द्वारा उसका उपचार किया जाता रहा। अधिकतर बीमार होने के चलते शुक्रवार दोपहर उसने दम तोड़ दिया।