Edited By Vaneet,Updated: 19 Dec, 2018 07:51 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा सिख फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ जोरदार ह...
जालन्धर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा सिख फॉर जस्टिस (एस.एफ.जे.) के कानूनी सलाहकार गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ जोरदार हमला करने तथा पन्नू व पाकिस्तान की खुफिया एजैंसी आई.एस.आई. के बीच अंदरूनी सांठ-गांठ होने के आरोप लगाने के बाद अब पन्नू के खिलाफ भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के मामले को लेकर पंजाब सरकार ने रैड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
सरकारी हलकों से पता चला है कि रैड कॉर्नर नोटिस एक प्रकार से इंटरनैशनल अरैस्ट वारंट होता है जिसे इंटरपोल द्वारा जारी किया जाता है। इंटरपोल जब रैड कॉर्नर नोटिस जारी कर देता है तो उसके बाद संबंधित व्यक्ति को विदेशों में गिरफ्तार करने के निर्देश संबंधित देशों की सरकारों को चले जाते हैं। सरकारी सूत्रों ने बताया कि पंजाब पुलिस ने एस.एफ.जे. विचारधारा को प्रसारित करने वाले पन्नू को प्रत्यारोपण करने की कोशिशें भी तेज कर दी गई हैं। पन्नू इस समय न्यूयॉर्क के निकट क्वीन्स नामक स्थान पर रहता है। वह अमृतसर से संबंध रखता है तथा 1990 के दशक में अमरीका चला गया था। सरकारी हलकों ने बताया कि पंजाब सरकार के आग्रह पर पन्नू के विरुद्ध रैड कॉर्नर नोटिस जारी करवाने के लिए राज्य ने सी.बी.आई. को गुहार लगाई है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले महीने मोहाली में चल रहे देशद्रोह के मामले में पन्नू को पी.ओ. घोषित किया गया था। इस केस में उसकी भारत विरोधी गतिविधियों के मामले को आधार बनाकर नोटिस जारी किया गया।
रिफ्रैंडम-2020 का संचालन कर रहे पन्नू की गतिविधियों पर इंटैलीजैंस एजैंसियों व पंजाब पुलिस के आलाधिकारियों की नजरें टिकी हुई हैं। सरकारी हलकों ने बताया कि पंजाब पुलिस तथा केंद्रीय एजैंसियों ने सितम्बर महीने में भारत सरकार के सामने पन्नू के ट्विटर अकाऊंट को लेकर रोष जताया था जिसके बाद केंद्र सरकार ने उसके ट्विटर खाते को बंद करवा दिया क्योंकि पन्नू ट्विटर के माध्यम से भी रिफ्रैंडम-2020 के लिए समर्थन जुटाने में लगा हुआ था। कुछ समय पहले पन्नू की फेसबुक को भी ब्लॉक कर दिया गया था। यद्यपि पन्नू ने बार-बार यही गुहार लगाई थी कि वह हिंसा में भरोसा नहीं रखता है परन्तु पंजाब पुलिस ने उसके दावे को रद्द कर दिया था।
बंगलादेश की तर्ज पर पंजाब को आजाद करवाने की गुहार
सरकारी सूत्रों ने बताया कि अब पन्नू ने जिस तरह से पाकिस्तान प्रधानमंत्री इमरान खान से पंजाब को आजाद करवाने के लिए सहयोग मांगा है तथा 2019 में श्री करतारपुर साहिब में कन्वैंशन करने का निर्णय लिया है उसके बाद पन्नू की गतिविधियां एजैंसियों के राडार पर फिर से आ गई हैं। मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह ने भी पन्नू को आधार बनाते हुए पाकिस्तान सरकार व पाकिस्तान सेना पर हमला बोला है कि वह 2019 में होने वाली कन्वैंशन पर रोक लगाएं। पन्नू पंजाब को आजाद करवाने की बात कहने के पीछे यह तर्क दे रहे हैं कि दिसम्बर 1971 में भारतीय सेना के दखल के बाद बंगलादेश (ईस्ट पाकिस्तान) अस्तित्व में आया था। यद्यपि पाकिस्तान सरकार व सेना ने चुप्पी साधी हुई है परन्तु पंजाब सरकार व राज्य पुलिस को अंदेशा है कि पाकिस्तान के खुले समर्थन से ही सिख फॉर जस्टिस द्वारा अपनी गतिविधियों का प्रसार पाकिस्तान में बढ़ा दिया गया है।
कनाडा में खालिस्तानियों को पहली बार इस्लामिक स्टेट के साथ जोड़ा गया
विश्व में सबसे खतरनाक आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट के साथ खालिस्तानियों को कनाडा सरकार ने जोड़ दिया है। कनाडा सरकार ने अपनी वाॢषक रिपोर्ट इस वर्ष तैयार की है जिसमें देश को बढ़ते आतंकवादी खतरे का जिक्र किया गया है। इस रिपोर्ट को कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा के मंत्री राल्फ गोडले ने तैयार किया है जिसमें सरकार ने शिया तथा खालिस्तानी आतंकवाद को गंभीर चिंता का विषय माना है। \
कनाडा में पिछले कुछ समय से खालिस्तान की प्राप्ति के लिए कट्टरवादी तत्वों की गतिविधियां चलती रही हैं। यद्यपि इस रिपोर्ट को लेकर कनाडा में बसे सिख समुदाय ने कड़ा ऐतराज भी जताया है तथा कइयों ने कनाडा के सांसदों के सामने भी अपनी चिंताएं जाहिर की हैं परन्तु कनाडा सरकार फिलहाल अपनी रिपोर्ट पर कायम है। इस्लामिक आतंकवादियों को पाकिस्तानी सेना व आई.एस.आई. का समर्थन हासिल है।