Edited By Punjab Kesari,Updated: 09 Sep, 2017 03:55 PM
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के काले कारनामों को बेनकाब करने वाले सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
चंडीगढ़ः डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के काले कारनामों को बेनकाब करने वाले सिरसा के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति ने पूर्व केंद्रीय मंत्री परनीत कौर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अंशुल ने आरोप लगाया है कि पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की पत्नी परनीत कौर ने डेरा मुखी को बचाने की कोशिश की थी।
पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि परनीत कौर के अलावा कैप्टन अमरेंद्र के सलाहकार भरत इंद्र सिंह चहल व सीनियर कांग्रेस नेता हरमिंदर सिंह जस्सी ने भी राम रहीम को सी.बी.आई. जांच से बचाने का प्रयास किया था।
अंशुल ने आरोप लगाया कि 2005 में डेरा प्रेमियों ने जांच प्रभावित करने के लिए चंडीगढ़ में जाम लगाया था, तो परनीत कौर डेरा प्रेमियों के साथ दिल्ली पहुंच गई थीं। वहां वह सी.बी.आई. जांच को प्रभावित करने के लिए कुछ नेताओं से मिली थीं।
अंशुल ने कहा कि बाद में जब सी.बी.आई. की टीम जांच के लिए सिरसा पहुंची, तो भरत इंद्र सिंह चहल व हरमिंदर सिंह जस्सी भी सिरसा पहुंच गए थे। सी.बी.आई. टीम वहां पी.डब्ल्यू.डी. के रैस्ट हाऊस में ठहरी थी। उस समय दोनों ने दिल्ली फोन कर जांच टीम को वापस भेजने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया था।
दूसरी आेर, भरत इंद्र सिंह चहल का कहना है कि वह न तो कभी गुरमीत राम रहीम से मिले हैं और न ही सी.बी.आई की जांच के दौरान सिरसा गए थे। उनके खिलाफ लगाए जा रहे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। अंशुल ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल, इनेलो, भाजपा और कांग्रेस के नेता गुरमीत राम रहीम के साथ थे। इसी वजह से इन पार्टियों डेरा मुखी के खिलाफ एक शब्द नहीं बोला।