Edited By Mohit,Updated: 24 Dec, 2019 02:59 PM
भारत सरकार द्वारा लागू किए जा रहे नागरिकता संशोधन कानून (सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट) में.............
घनौली (शर्मा): भारत सरकार द्वारा लागू किए जा रहे नागरिकता संशोधन कानून (सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट) में जहां अन्य धर्मों के लोगों के नाम लिखे गए, वहीं इसमें मुस्लिमों का नाम लिखने में कोई हर्ज नहीं था तथा इस भाईचारे का नाम न लिख कर कानून का शोध करने वालों ने विरोधियों को बोलने का अवसर दे दिया है। यह बात लोकसभा हलका श्री आनंदपुर साहिब के पूर्व सांसद प्रोफैसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने मनजीत सिंह घनौली पूर्व चेयरमैन मार्कीट कमेटी रूपनगर के घर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि जो लोग शहीदी पखवाड़े के दौरान अकाली दल द्वारा लगाए जाने वाले धरनों का विरोध कर रहे हैं, वह लोग शहीदी पखवाड़ों के अर्थों के प्रति अनभिज्ञ हैं। उन्होंने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के सुपुत्रों की कुर्बानियां हमें जब्र-जुल्म के विरुद्ध लड़ने के लिए प्रेरित करती हैं तथा शिरोमणि अकाली दल द्वारा पटियाला में जो धरना दिया गया है, उस धरने का इक्टठ देखकर कांग्रेसी बौखलाहट में आकर नसीहतें देने लग पड़े हैं। इस मौके पर पूर्व मार्कीट कमेटी चेयरमैन मनजीत सिंह घनौली, उपप्रधान स्त्री विंग पलविन्द्र कौर रानी, दलजीत सिंह भुट्टो, मंगत सिंह व अन्य अकाली नेता मुख्य रूप से मौजूद थे।