Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Aug, 2017 10:22 AM
सिविल अस्पताल में एक एच.आई.वी. पीड़ित गर्भवती महिला की डिलीवरी आशा वर्कर द्वारा बिना बताए करवा ली गई थी। इनके द्वारा टैस्टों की अदला-बदली भी की गई थी, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधकों द्वारा सारा ऑपरेशन थियेटर साफ किया गया। इसके साथ ही डिलीवरी के समय...
गुरदासपुर(दीपक): सिविल अस्पताल में एक एच.आई.वी. पीड़ित गर्भवती महिला की डिलीवरी आशा वर्कर द्वारा बिना बताए करवा ली गई थी। इनके द्वारा टैस्टों की अदला-बदली भी की गई थी, जिसके बाद अस्पताल प्रबंधकों द्वारा सारा ऑपरेशन थियेटर साफ किया गया। इसके साथ ही डिलीवरी के समय इस्तेमाल किए गए कपड़ों व दवाइयों को आग लगाकर जला दिया गया।
सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. विजय कुमार ने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि अस्पताल में प्रत्येक बीमारी के इलाज के लिए पूरे प्रबंध हैं। कोई भी मरीज किसी बीमारी को छिपाने की बजाय अस्पताल में आकर संबंधित डाक्टर को अपनी बीमारी बारे बताए तथा अपना सही इलाज करवाए।
गौरतलब है कि गत दिवस एक एच.आई.वी. पीड़ित गर्भवती महिला तथा आशा वर्कर द्वारा डाक्टरों को इस संबंधी बिना कुछ बताए गर्भवती महिला का ऑपरेशन करवा दिया गया था जिसके कारण ऑपरेशन कर रही पांच सदस्यीय डाक्टरों की टीम के भी इसकी चपेट में आने की आशंका है।सिविल अस्पताल में सीनियर डाक्टरों ने उन्हें छुट्टी पर भेज कर उनका भी इलाज शुरू करवा दिया है हालांकि ऑपरेशन होने के बाद महिला ने एक बच्ची को जन्म दिया है। महिला का कहना है कि उसे और उसके पति को भी एच.आई.वी. है, लेकिन फिर भी उसका ऑपरेशन कर दिया गया।